देवी शीतला माता (Shitala Maa) अपने हाथों में कलश, सूप, मार्जन यानी झाड़ू तथा नीम के पत्ते धारण करती हैं। यह चेचक आदि कई रोगों की देवी बताई गई है। यह एक प्रसिद्ध हिन्दू देवी हैं और प्राचीनकाल से ही इसकी महिमा बहुत अधिक है। यहां पाठकों के लिए प्रस्तुत हैं शीतला माता चालीसा, शीतलाष्टक एवं आरती। Maa Sheetala Prayer
शीतला माता चालीसा-Shitala Maa Chalisa
दोहा :-
जय जय माता शीतला तुमही धरे जो ध्यान। होय बिमल शीतल हृदय विकसे बुद्धी बल ज्ञान।।