भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा ने बुधवार को बताया कि स्टार पहलवान विनेश फोगाट को अधिक वजन के कारण अयोग्य करार देने के फैसले पर पुनर्विचार के लिए भारतीय कुश्ती महासंघ (IWF) ने यूनाईटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) के समक्ष अपील दायर की है।
विनेश को महिलाओं की 50 किग्रा कुश्ती स्पर्धा के फाइनल से पहले वजन अधिक पाये जाने के कारण बुधवार को ओलंपिक से अयोग्य घोषित कर दिया गया।उषा ने बताया कि आईडब्ल्यूएफ ने विनेश को अयोग्य ठहराने के फैसले पर पुनर्विचार के लिए अपील दायर कर दी है।
उषा ने एक बयान में कहा, मैंने कुछ समय पहले ओलंपिक खेल गांव के पोली क्लीनिक में विनेश से मुलाकात की और उन्हें भारतीय ओलंपिक संघ, भारत सरकार और पूरे देश के समर्थन का आश्वासन दिया। हम विनेश को सभी तरह का चिकित्सा और भावनात्मक समर्थन दे रहे हैं। भारतीय कुश्ती महासंघ ने विनेश को अयोग्य ठहराने के फैसले पर विचार के लिए यूडब्ल्यूडब्ल्यू (यूनाईटेड वर्ल्ड रेस्लिंग) के पास अपील दायर की है। आईओए इसे मजबूत तरीके से आगे बढ़ा रहा है।
उन्होंने कहा, आईओए पूरी तरह से यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है कि ओलंपिक टीम का मनोबल ऊंचा रहे और सभी भारतीय विनेश और ओलंपिक दल के साथ खड़े रहें।
आईओए प्रमुख ने कहा कि वे विनेश के वजन को दायरे में लाने के लिए किए गए प्रयासों से अच्छी तरह अवगत हैं।
उषा ने कहा, डॉ. दिनशॉ पर्डीवाला की अगुआई में विनेश की मेडिकल टीम और मिशन प्रमुख गगन नारंग के पूरी रात किए कड़े प्रयासों से हम अच्छी तरह अवगत हैं जिससे कि विनेश प्रतियोगिता की जरूरतों को पूरी कर सके।
इस बीच विनेश की मेडिकल टीम के प्रमुख डॉ. दिनशॉ पर्डीवाला ने कहा कि मंगलवार को तीन मुकाबले लड़ने के बाद विनेश के वजन में सामान्य से अधिक इजाफा हुआ।
उन्होंने कहा, पहलवान आम तौर पर अपने स्वाभाविक वजन से कम वजन वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हैं। इससे वे फायदे की स्थिति में रहते हैं क्योंकि उन्हें कम मजबूत प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा का मौका मिलता है।
डॉ. पर्डीवाला ने बताया कि उन्होंने वजन को दायरे में लाने के लिए हर संभव प्रयास किए।उन्होंने कहा, हमने रात भर हर संभव प्रयास किया जिसमें उसके बाल काटना, उसके कपड़े छोटे करना भी शामिल है, लेकिन इसके बावजूद हम उसे 50 किग्रा वजन वर्ग के दायरे में नहीं ला पाए। अयोग्य ठहराए जाने के बाद हमने एहतियात के तौर पर उसे कुछ द्रव्य दिए जिससे कि शरीर में पानी की कमी से बचा जा सके।
डॉ. पर्डीवाला ने कहा, उसका रक्त परीक्षण भी किया गया जिससे कि पता चले कि सब कुछ सामान्य हैं। यह सब यहां स्थानीय ओलंपिक अस्पताल में हुआ। वजन कम करने की प्रक्रिया के दौरान उसके सभी परीक्षण सही आए और इस पूरी प्रक्रिया के दौरान वह पूरी तरह से सामान्य महसूस कर रही थी। विनेश ने आईओए अध्यक्ष पीटी उषा से बात की है और कहा कि वह शारीरिक और मानसिक रूप से बिलकुल सामान्य है लेकिन निराश है कि वह अपने तीसरे ओलंपिक में डिस्क्वालीफाई हो गई।
डॉ. पर्डीवाला ने इस दौरान खिलाड़ी की वजन कम करने की प्रक्रिया को भी समझाया।उन्होंने बताया, सुबह वजन करने से पहले वजन में कटौती की प्रक्रिया में खिलाड़ियों का भोजन और पानी सीमित किया जाता है और साथ ही खिलाड़ी को पसीना बहाना होता है। यह पसीना सौना और कसरत के जरिए बहाया जाता है। वजन कम करने से आपको कम वजन वर्ग में चुनौती पेश करने का फायदा मिलता है लेकिन इससे कमजोरी और ऊर्जा में कमी आती है।
डॉ. पर्डीवाला ने कहा, अधिकांश पहलवान इसके बाद (वजन कराने के बाद) सीमित पानी और अधिक ऊर्जा वाले भोजन से ऊर्जा वापस हासिल करने का प्रयास करते हैं। यह आम तौर पर वजन होने के बाद दिया जाता है। पोषण विशेषज्ञ खिलाड़ी के आधार पर गणना करते हैं और विनेश के पोषण विशेषज्ञ को लगा कि उसे पूरे दिन में डेढ़ किग्रा चीजें खानी चाहिए जिससे मुकाबले के लिए पर्याप्त ऊर्जा मिलती।(भाषा)