मनीष सिसोदिया दिल्ली के शिक्षा मंत्री के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं। मनीष सिसोदिया फरवरी 2015 से दिल्ली सरकार में उपमुख्यमंत्री (Fomer Deputy Chief Minister of Delhi) रहे थे। मनीष सिंह को ईडी और सीबीआई ने कथित शराब घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी बनाया है। उन्होंने 17 महीने तिहाड़ जेल में गुजारे हैं और अभी वे जमानत पर हैं।
4 साल में 8 गुना बढ़ी संपत्ति : मनीष सिसोदिया ने चुनावी हलफनामे में जो संपत्ति घोषित की है उसके मुताबिक 2020 के मुकाबले सिसोदिया की कुल संपत्ति आठ गुना बढ़ी है। 2025 में उनकी चल संपत्ति का मूल्य बढ़कर 34.43 लाख रुपए हो गया है, जो 2020 में 4.74 लाख रुपए था। यानी की चुनावी हलफनामे के अनुसार उनके परिवार की कुल संपत्ति 1.4 करोड़ है जबकि दंपत्ति ने बच्चों की पढ़ाई के लिए डेढ़ करोड़ का लोन लिया है।
पत्रकार से बने राजनेता : मनीष सिसोदिया एक सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार थे। सिसोदिया 2011 में अन्ना हजारे के नेतृत्व वाले इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन में भी भाग लिया था। वे आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति और आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य हैं। वे पटपड़गंज विधानसभा सीट से लगातार तीन बार विधायक बने। सिसोदिया दिसंबर 2013 और फरवरी 2014 के बीच दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। उनके पास शिक्षा, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, वित्त, योजना, उत्पाद शुल्क, जीएसटी, सतर्कता, सेवाएं, पर्यटन, भूमि और भवन, कला, संस्कृति और भाषा विभाग हैं।
जन्म और शिक्षा (Manish Sisodia Date of Birth) : मनीष सिसोदिया का जन्म 5 जनवरी 1972 को उत्तरप्रदेश के हापुड़ जिले के फगौता गांव के एक राजपूत परिवार में हुआ था। उनकी स्कूली शिक्षा गांव के सरकारी स्कूल में हुआ था। बाद में उन्होंने पत्रकारिता में डिप्लोमा पूरा करने के बाद एक पत्रकार के रूप में अपना करियर शुरू किया। 1997 और 2005 के बीच एक रिपोर्टर, समाचार निर्माता और समाचार पाठक के रूप में जी न्यूज के लिए काम किया।