कैसे किया जा रहा है महाकुंभ में भीड़ का सटीक आकलन, AI और सैटेलाइट जैसी तकनीक का कैसे हो रहा इस्तेमाल

WD Feature Desk

शनिवार, 18 जनवरी 2025 (07:10 IST)
AI applications at Prayagraj Mahakumbh 2025: महाकुंभ, दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समागम है। प्रयागराज में आयोजित इस महाकुंभ में रोज लाखों श्रद्धालु भाग ले रहे हैं। महाकुंभ में प्रतिदिन कर्म की संख्या में भक्ति पहुंच रहे हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस विशाल भीड़ की गिनती कैसे की जाती है? आइए जानते हैं कि कैसे आधुनिक तकनीक इस चुनौतीपूर्ण कार्य को आसान बना रही है।

AI कैमरे कर रहे महाकुंभ में भीड़ का सटीक आकलन
महाकुंभ 2025 में भीड़ की गिनती के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया है। पूरे मेला क्षेत्र में हजारों की संख्या में AI-बेस्ड कैमरे लगाए गए हैं। ये कैमरे न केवल लोगों की संख्या गिनते हैं बल्कि यह भी पता लगाते हैं कि भीड़ कहाँ पर अधिक केंद्रित है।
 
ड्रोन और सैटेलाइट का उपयोग
केवल कैमरे ही नहीं, बल्कि ड्रोन और सैटेलाइट का भी उपयोग भीड़ की गिनती के लिए किया जा रहा है।
 
क्राउड असेसमेंट टीम
महाकुंभ 2025 के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है जिसे क्राउड असेसमेंट टीम कहा जाता है। यह टीम रियल-टाइम में भीड़ की गिनती करती है और इस डेटा का उपयोग मेला प्रशासन को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए करती है।

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क्यों जरूरी है भीड़ की सटीक गिनती?
 महाकुंभ में भीड़ की गिनती एक जटिल कार्य है, लेकिन आधुनिक तकनीक ने इसे काफी आसान बना दिया है। AI कैमरे, ड्रोन और सैटेलाइट का उपयोग करके, प्रशासन अब भीड़ का सटीक आकलन कर सकता है और श्रद्धालुओं को बेहतर सेवाएं प्रदान कर सकता है। यह तकनीक न केवल महाकुंभ बल्कि अन्य बड़े आयोजनों के लिए भी उपयोगी सिद्ध हो सकती है।


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