Swami Kailashnand Giri : महाकुंभ 2025 में एक नाम जो लगातार चर्चा में है, वह है स्वामी कैलाशानंद गिरी का। निरंजनी अखाड़े के पीठाधीश्वर, स्वामी कैलाशानंद गिरी न केवल एक धार्मिक गुरु हैं, बल्कि एक प्रभावशाली सामाजिक व्यक्तित्व भी हैं। स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल को अपना शिष्य बनाकर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त की है। आइए जानते हैं उनके जीवन और कार्यों के बारे में विस्तार से।
स्वामी कैलाशानंद गिरी कौन हैं?
स्वामी कैलाशानंद गिरी का जन्म 1976 में बिहार के जमुई में हुआ था। बचपन से ही धर्म के प्रति उनकी गहरी आस्था थी। उन्होंने घर-परिवार छोड़कर सन्यास का मार्ग अपना लिया और कठोर तपस्या की। साल 2021 में वे निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर बने। इससे पहले वे अग्नि अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर रह चुके हैं।निरंजनी अखाड़ा 13 प्रमुख अखाड़ों में से एक है। इसके पीठाधीश्वर का पद बहुत महत्वपूर्ण होता है।
स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल ने स्वामी जी को बनाया अपना आध्यात्मिक गुरु
स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल ने स्वामी कैलाशानंद गिरी को अपना आध्यात्मिक गुरु बनाया है। स्वामी जी ने उन्हें अपना गोत्र दिया और उनका नाम कमला रखा। लॉरेन पॉवेल के आध्यात्मिक मार्गदर्शक बनकर स्वामी कैलाशानंद गिरी अचानक से चर्चा में आ गए ।
स्वामी कैलाशानंद गिरी के शिष्यों में ये सेलेब्रिटीज़ भी हैं शामिल
स्वामी कैलाशानंद गिरी का प्रभाव केवल धार्मिक क्षेत्र में ही नहीं बल्कि सामाजिक क्षेत्र में भी है। कई राजनेता, कलाकार और अन्य प्रसिद्ध हस्तियां उनसे आशीर्वाद लेने आते हैं। मुकेश अंबानी के बेटे की शादी में स्वामी कैलाशानंद गिरि वर-वधु को आशीर्वाद देने गए थे। इसके अलावा उनके भक्तों में सुरेश रैना से लेकर प्रवीण यादव और ऋषभ पंत का नाम आता है। रैपर और सिंगर यो यो हनी सिंह ने भी कम बैक करने से पहले उनके आश्रम आशीर्वाद लेते पहुंचे थे। बॉलीवुड अभिनेत्री और सांसद कंगना रनौत भी उनका आशीर्वाद लेने गई हैं ।