Rule of mahakumbh Mela 2025: प्रयाग कुंभ मेला में जा रहे हैं तो कुछ नियम के साथ ही सावधानियां भी रखना बेहद जरूरी है, क्योंकि वर्तमान में HMPV वायरस के फैलने की आशंक व्यक्त की जा रही है। इस वायरस के बारे में अभी कुछ कह नहीं सकते फिर भी सावधानी और नियमों का पालन जरूर है। दूसरा यह कि वे सावधानियां या नियम जिसका उल्लेख शास्त्रों में किया गया है उनका पालन भी करना जरूरी है क्योंकि कुंभ नगरी एक तीर्थ क्षेत्र है जहां पर धर्म और कर्म का नियम है यह कोई पर्यटन स्थान या सैर सपाटे का स्थान नहीं होता है। कुंभ में कुछ ऐसे कार्य होते हैं जिन्हें नहीं करना चाहिए और कुछ ऐसे कार्य होते हैं जिन्हें करने से पुण्य लाभ मिलता है। जानें कि वे कौन से कार्य और नियम हैं:-ALSO READ: महाकुंभ 2025: चाबी वाले बाबा और 32 साल से स्नान न करने वाले महाराज बने कुंभ का आकर्षण
प्रयाग कुंभ में ये कार्य नहीं करना चाहिए:-
1. यदि त्रिवेणी संगम पर तीर्थ करने वाला बैल, भैंसा पर आरुढ़ होकर गमन करता है तो वह नरकवासी बनता है।
2. यदि कोई व्यक्ति किसी साधु-संत का अपमान करता है। उनकी खिल्ली उड़ाता है वह निम्नतर योनियों में जन्म लेता है।
3. किसी भी तरह से मांस, मदिरा आदि तामसिक भोजन का सेवन करके जो तीर्थ गमन करता है वह अदृश्य साधु आत्माओं द्वारा शापित होता है।
4. मासिक धर्म से ग्रसित युवती या अपवित्र कर्म करने वाला पुरुष तीर्थ स्नान न करें। ऐसा करने से और पाप लगता है।
5. नदी में पेशाब करना महापाप माना गया है। इस संबंध में बच्चों को हिदायत दें।
6. कहीं पर भी गंदगी ना करें। उचित जगह पर ही शौचादिक कर्म करें। लोगों से दूरी बनाकर रखें और हो सकें तो मास्क लगाएं।
7. कुंभ मेले में व्यर्थ में ना घूमें। उचित स्थान पर रुककर ही कुंभ का आनंद लें।
8. किसी भी अनजान वस्तु को हाथ ना लगाएं।
9. किसी को भी परेशानी में छोड़कर ना जाएं और ना ही किसी भी प्रकार की परेशानी खड़ी करें।
10. अपने साथ बच्चों को ना ले जाएं। ले जा रहे हैं तो उनको अपने से दूर ना करें और उनकी सेहत का विशेष ध्यान रखें।
11. लाइन और नियमों का उल्लंघन ना करें। ऐसे करने से सभी को परेशानी होगी और कुंभ में अव्यवस्था फैल जाएगी।