अधिकारियों ने बताया कि सेना, असम राइफल्स, प्रादेशिक सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनआरडीएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) द्वारा खोज एवं बचाव अभियान चलाया जा रहा है। अब भी करीब 55 लोग लापता हैं। घटनास्थल से गुरुवार तक प्रादेशिक सेना के 7 जवानों सहित 8 शव बरामद किए गए थे।
एक अधिकारी ने कहा कि सुबह खोज अभियान के दौरान प्रादेशिक सेना के 2 और जवानों के शव बरामद किए गए। एनआरडीएफ, असम राइफल्स, जिला पुलिस, इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी, स्थानीय स्वयंसेवकों और अन्य के अतिरिक्त सहयोग से खराब मौसम के बीच भी बचाव अभियान जारी है तथा अब तक प्रादेशिक सेना के 13 जवानों और 5 नागरिकों को बचाया गया है।
भूस्खलन के कारण मलबे ने बड़े पैमाने पर इजेई नदी को अवरुद्ध कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप एक जलाशय बन गया है, जो नोनी जिला मुख्यालय के निचले इलाकों को जलमग्न कर सकता है। प्रशासन ने इन इलाकों में रहने वाले लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी है। कई स्थानों पर सड़कों के अवरुद्ध होने के कारण लोगों को राष्ट्रीय राजमार्ग-37 से गुजरने से बचने की सलाह दी गई है।(भाषा)