पिंडदान करने वाले जर्मन नागरिकों में नतालिया, स्वेतलाना, ऑक्साना, शासा, इरिना, मार्गेरिटा, ग्रिचकेविच, एलिसेंट्रा और केविन शामिल थे। गया में 29 सितंबर से शुरू हुए पितृपक्ष के दौरान पितृ पूजा और पिंडदान करना बेहद शुभ माना जाता है।
पिंडदान करने के बाद एलिसेंट्रा ने कहा, यह गया जिले की मेरी पहली यात्रा है और अनुष्ठान करने के बाद मुझे अच्छा महसूस हो रहा है। यह एक सुंदर जगह है और लोग बहुत सहयोगी हैं। हम इस पल को जीवनभर कभी नहीं भूलेंगे।
गौड़ ने कहा, पितृ पक्ष के दौरान गया आने वाले विदेशियों की संख्या हर साल बढ़ रही है। हाल ही में यूक्रेन की एक महिला ने रूस के हमले में मारे गए सैनिकों और लोगों की आत्मा की शांति और मोक्ष के लिए यहां सामूहिक पिंडदान किया था।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)