घटना सामने आने के बाद उत्तरकाशी के मुख्य मोक्ष घाट केदारघाट पर व्यवस्था को देखने के लिए कुछ लोगों की ड्यूटी लगा दी गई है। इधर स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि कोविड से मरे लोगों का अंतिम संस्कार केदार घाट पर किया गया था, जहां पर शवों का सही तरीके से अंतिम संस्कार नही किया और उन्हें अधजला ही छोड़ दिया गया।
उत्तरकाशी के एसपी मणिकांत मिश्रा का कहना है कि वास्तव में कोविड से मरे लोगों के शव केदारघाट में जलाए जाते हैं, लेकिन जिस व्यक्ति का शव कुत्ते खाते दिख रहे हैं, वह कोविड संक्रमित का है या नही, इस बारे में कोई पुख्ता प्रमाण नहीं हैं।