परिवार की हामी के बाद अंकिता भंडारी का अंतिम संस्कार, पिता का सवाल- रिसॉर्ट में सबूत थे, उसे क्यों तोड़ा?

एन. पांडेय
रविवार, 25 सितम्बर 2022 (18:35 IST)
श्रीनगर। आखिरकार पूरे दिन के विरोध के बाद अंकिता के पिता की अपील करने के बाद अंकिता मर्डर से आक्रोशित लोगों ने अंकिता के अंतिम संस्कार के लिए हामी भर दी। इसके तुरंत बाद अंकिता भंडारी का अंतिम संस्कार हो गया। अंकिता के भाई ने उसको मुखाग्नि दी। पुलिस प्रशासन के समझाने के बाद परिवार अंतिम संस्कार के लिए माना।

परिवार और प्रदेशवासियों के विरोध के चलते प्रदेश सरकार की इस हत्याकांड से भारी किरकिरी हो रही है। बीजेपी नेता विनोद आर्य के रिजॉर्ट में काम करने वाली अंकिता की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हो गई थी, पिता ने पुलिस को अंकिता की मौत की जानकारी दी थी। आरोपियों ने पुलिस को बताया था कि अंकिता ने चीला नहर में कूदकर अपनी जान दी थी।

आरोपी पुलकित आर्य पीड़ित को गेस्ट के रूप  में आने वाले लोगों के पास भेजने के लिए मजबूर करता था। पुलिस ने मामले के तीनों आरोपियों को पकड़ लिया है। वहीं आरोपियों के रिजॉर्ट पर बुलडोजर की कार्रवाई की।अब इस कार्रवाई को लेकर भी मृतक के परिजन सवाल उठा रहे हैं।

वनांतरा रिसोर्ट की रिशेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की अंतिम यात्रा के दौरान घाट पर लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा।अंकिता का शव मोर्चरी से एंबुलेंस में लाया गया। इस दौरान उनके पिता और भाई भी साथ थे। एनआईटी घाट पर पुलिस का भारी बल मौजूद था। अंकिता को उनके भाई ने मुखाग्नि दी।

चूंकि अंकिता के शव को सूर्यास्त से पहले ही घाट तक पहुंचाया जाना जरूरी था। लिहाजा बेहद तेजी से अंकिता के शव को लेकर घाट तक पहुंचाया गया। अंतिम संस्कार के लिए पहले से ही तैयारियां कर ली गईं थीं। शव को तुरंत ही चिता पर रखा गया और इसके बाद अन्य धार्मिक क्रियाओं के बाद अंकिता के भाई ने उन्हें मुखाग्नि दी।

इससे पूर्व अंकिता के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने की आशंका पर लोग मोर्चरी के आगे लेट गए थे। इस दौरान लोगों की पुलिस से झड़प भी हो गई। पुलिस लोगों को समझाने का प्रयास करती रही, लेकिन भीड़ जिद पर अड़ी रही। आखिरकार जब अंकिता के पिता ने बेटी के अंतिम संस्कार के लिए रजामंदी दे दी तो लोग भी रास्तों से हट गए।

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