अधिकारियों ने बताया कि पिछले 17 दिनों में सीवान, सारण, मधुबनी, अररिया, पूर्वी चंपारण और किशनगंज जिलों में कुल 10 पुल ढह गए। जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने यहां संवाददाताओं से कहा कि जांच में अभियंताओं को लापरवाह और निगरानी को अप्रभावी पाया गया जिसके कारण राज्य में कई छोटे पुल ढह गए। जिन कर्मचारियों पर गाज गिरी है उनमें 3 अधिशासी अभियंता भी शामिल हैं।
पुल ढहने की घटनाओं पर टिप्पणी करते हुए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने संवाददाताओं से कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के नेतृत्व वाली बिहार सरकार के नेता चुप्पी क्यों साधे हुए हैं। ये घटनाएं साबित करती हैं कि सत्तारूढ़ दल में भ्रष्टाचार किस तरह व्याप्त है।
यादव की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री और राजग के सहयोगी दल हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के संस्थापक जीतन राम मांझी ने कहा कि इस मामले का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री ने पहले ही विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के सख्त निर्देश जारी कर दिए हैं।