नियत समय से पहले हेलीकॉप्टर संचालन किया था : शिकायत में कहा गया है कि आर्यन एविएशन को 15 जून को हेलीकॉप्टर संचालन हेतु सुबह 6 से 7 बजे तक का प्रथम स्लॉट आवंटित किया गया था जबकि यह दुर्घटना उससे पहले ही सुबह 5.30 बजे हुई है। इसके अलावा सुबह से ही आसमान में बादल और धुंध छाए होने के बावजूद हेलीकॉप्टर के उड़ान भरने से पहले मौसम की स्थिति को नहीं जांचा गया।
शिकायत में कहा गया है कि इस संबंध में डीजीसीए एवं यूकाडा द्वारा जारी दिशानिर्देशों की अनदेखी की गई जबकि कंपनी के मैनेजर यह भली-भांति जानते थे कि ऐसा करने से यात्रियों के जानमाल की क्षति हो सकती है। शिकायत के अनुसार, ऐसा करके आर्यन कंपनी और उसके मैनेजरों ने अपने दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही बरती जिसके कारण दुर्घटना हुई और उसमें 7 लोगों की मृत्यु हो गई।(भाषा)