राणा ने बताया कि इस फैसले का उद्देश्य स्थानीय कुम्हारों को बढ़ावा देना भी है, जो मिट्टी के दीये बनाते हैं। जिला प्रशासन ने कुम्हारों को 150 इलेक्ट्रिक चाक भी प्रदान किए हैं जिससे वे बेहतर तरीके से काम कर सके। इसके साथ ही इस दीपावली तक स्थानीय बाजारों में दीये बेचने वालों से किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लेने का फैसला किया गया है।
इससे पहले मुख्यमंत्री रमन सिंह ने इस रविवार को आकाशवाणी के रायपुर केंद्र से प्रसारित अपनी मासिक रेडियो वार्ता 'रमन के गोठ' में भी लोगों से दीपावली के मौके पर चीन के पटाखों और चीनी बिजली के सामानों का उपयोग नहीं करने की भी अपील की थी। उन्होंने श्रोताओं से दीपावली में गांव के बने मिट्टी के सामानों का इस्तेमाल करने का आग्रह किया है। (भाषा)