मेरठ। कोरोना काल में अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है, कारोबार खत्म हो गए, प्राइवेट सेक्टर में या तो नौकरी चली गई है या वेतन कटौती हो गई है जिसके चलते आम जनता भुखमरी के कगार पर पहुंच गई है। कोरोना से बचाव के लिए स्कूल बंद हैं तथा स्कूलों द्वारा ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जा रही है। व्यवसाय खत्म होने का प्रभाव हर तबके के लोगों पर पड़ा है जिसके चलते अभिभावक अपने बच्चों की भारी-भरकम फीस स्कूलों में जमा नही करा पा रहे हैं। स्कूलों से लगातार फीस जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है अन्यथा छात्र के नाम कटाने की धमकी।
जहां एक तरफ सामाजिक संगठन फीस माफी की मांग कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ राजनीतिक पार्टियों को भी सरकार को घेरने का मुद्दा मिल गया है। जिसके चलते मेरठ कमीश्नरी पार्क से सपाइयों ने स्कूल फीस माफी के लिए जमकर प्रदर्शन किया। सपा नेता अतुल प्रधान ने कहा कि यदि सरकार फीस माफ नहीं करेगी तो यह आंदोलन पूरे प्रदेश में चलाया जाएगा।
प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए बड़ी संख्या में सपा समर्थक पहुंचे, लेकिन वे कोरोना काल में सोशल डिस्टेंसिंग भूल गए। कोरोना से बचाव के लिए स्कूल बंद हैं, भीड़भाड़, सार्वजनिक स्थल और धार्मिक स्थलों पर भी आवाजाही बंद है, सरकार की तरफ से लगातार सोशल डिस्टेंसिंग के लिए गाइडलाइंस जारी की जा रही है।
सपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते समय योगी और मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उन्होंने कहा अगर मांगें पूरी नहीं होंगी तो पूरे प्रदेश और देश में प्रदर्शन लगातार होते रहेंगे। फीस माफी के लिए चल रहे इस आंदोलन में बड़ी संख्या में लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। अब आने वाला समय ही बताएगा कि प्रदेश सरकार स्कूल फीस माफ करेगी या नहीं?