शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस को झटका देते हुए सुखराम के बेटे और ग्रामीण विकास मंत्री अनिल शर्मा भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं।
शर्मा ने शनिवार को केसरिया पार्टी में शामिल होने के अपने फैसले की घोषणा की। वह पूर्व केंद्रीय संचार मंत्री सुख राम के बेटे हैं। इस संबंध में औपचारिक घोषणा आज की जा सकती है। वीरभद्र सरकार के इस मंत्री का कहना है कि उन्हें मंडी से पार्टी टिकट दिया गया है।
उन्होंने कहा कि मुझे मंडी से भाजपा का टिकट दिया गया है और पार्टी ने मुझे इस बारे में सूचित कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि उन्हें और उनके पिता को कांग्रेस पार्टी ने दरकिनार और नजरअंदाज किया।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) ने मंडी में राहुल गांधी की रैली में सुख राम को शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था लेकिन जब वह पहुंचे तो उनसे रैली में न शामिल होने को कहा गया।
उन्होंने पूछा, 'क्या सुख राम कांग्रेस के सदस्य नहीं हैं?' उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव के लिए बनाई गई किसी भी समिति में मुझे शामिल नहीं किया गया और जब मैंने हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष से इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि मेरा नाम उच्च पदों पर आसीन लोगों द्वारा हटाया गया जिससे मुझे दुख हुआ और मैंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया।'
अनिल शर्मा वर्ष 2003 के विधानसभा चुनावों में हरियाणा विकास कांग्रेस पार्टी के टिकट पर मंडी सीट से जीत हासिल कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने वर्ष 2007 और 2012 में कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर मंडी सीट से जीत हासिल की थी। (भाषा)