हुर्रियत के प्रवक्ता के अनुसार मीरवाइज के घर के बाहर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। दूसरी ओर गिलानी भी दिल्ली से लौटने के बाद अप्रैल से ही नजरबंद हैं। जहां हुर्रियत के इन दोनों नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है। वहीं जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के अध्यक्ष मेाहम्मद यासिन मलिक पर 14 अक्टूबर को रिहा किए जाने के बाद से किसी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। मलिक को एक स्थानीय अदालत द्वार जमानत पर रिहा किया गया है। (वार्ता)