मुनिरत्न ने 2018 में कांग्रेस के टिकट पर इस सीट से जीत हासिल की थी। बाद में उन्हें अयोग्य करार दिए जाने पर इस सीट पर उपचुनाव हुए। मुनिरत्न पिछले साल वह भाजपा में शामिल हो गए थे। साल 2013 से इस सीट पर मुनिरत्न की यह तीसरी जबकि भाजपा उम्मीदवार के तौर पर पहली जीत है। दोनों सीटों पर 3 नवंबर को चुनाव हुआ था।