तिरुवल्ला पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी को हिरासत में ले लिया गया और अदालती कामकाज में बाधा डालने, धमकाने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए उसके खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गई है।
उन्होंने बताया कि शुरुआत में दंपती के बीच यह मामला 2017 में पतनमतिट्टा की एक अदालत में चल रहा था लेकिन आरोपी ने बाद में मामले को स्थानांतरित कराने के लिए केरल उच्च न्यायालय का रुख किया और दावा किया कि उसे पतनमतिट्टा की अदालत पर भरोसा नहीं है। इसके बाद दंपति के बीच मामला इस साल यहां पारिवारिक अदालत में भेजा गया। (भाषा)