Maharashtra MLC election News: भाजपा, शिवसेना और राकांपा के सत्ताधारी महायुति ने शुक्रवार को महाराष्ट्र विधान परिषद की 11 में से उन सभी 9 सीटों पर जीत दर्ज की, जिन पर चुनाव लड़ा था, जबकि महाविकास आघाडी (एमवीए) ने दो सीट पर दर्ज की है। भाजपा ने 5 सीट पर जीत दर्ज की है, जबकि दो-दो सीट पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा ने जीत दर्ज की है।
274 विधायकों ने डाले वोट : राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा इन चुनावों के लिए निर्वाचक मंडल है। वर्तमान में इसमें संख्या बल 274 है। अधिकारियों के अनुसार सभी 274 विधायकों ने अपने वोट डाले। शिवसेना के संजय गायकवाड़ गुप्त मतदान प्रणाली के माध्यम से सबसे पहले वोट डालने वाले विधायक थे। विधान परिषद के 11 सदस्यों का कार्यकाल 27 जुलाई को खत्म होने जा रहा है। ALSO READ: अब महाराष्ट्र में भी लागू होगी मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना, मिलेंगे 1500 रुपए प्रतिमाह और 3 सिलेंडर मुफ्त
गायकवाड़ का विरोध : मतदान के दौरान कांग्रेस ने निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर आग्रह किया कि भाजपा विधायक गणपत गायकवाड़ को वोट डालने की अनुमति न दी जाए। कल्याण पूर्व विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले गायकवाड़ को फरवरी में ठाणे जिले के उल्हासनगर में भूमि विवाद को लेकर पुलिस थाने के अंदर शिवसेना के एक पदाधिकारी पर कथित तौर पर गोली चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
कांग्रेस ने कहा कि क्योंकि गायकवाड़ न्यायिक हिरासत में हैं, इसलिए वह जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 62(5) के तहत मतदान नहीं कर सकते। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि भाजपा विधायक को परिषद चुनाव में वोट देने की अनुमति देना सत्ता का दुरुपयोग होगा। ALSO READ: क्या महाराष्ट्र में फिर करीब आएंगे शरद और अजित पवार?
उन्होंने कहा कि गायकवाड़ वोट डालने के लिए जेल से बाहर आ सकते हैं, लेकिन अनिल देशमुख और नवाब मलिक भी (2022 के परिषद चुनावों के दौरान) जेल में थे और उन्हें वोट देने की अनुमति नहीं थी। यह सत्ता का उपयोग है या दुरुपयोग है।
भाजपा सबसे बड़ी पार्टी : भाजपा 103 सदस्यों के साथ विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है, इसके बाद शिवसेना (38), राकांपा (42), कांग्रेस (37), शिवसेना (यूबीटी) 15 और राकांपा (शरदचंद्र पवार) के सदस्यों की 10 है। भाजपा ने चुनाव मैदान में पांच उम्मीदवार उतारे, जबकि महायुति के उसके गठबंधन सहयोगियों शिवसेना और राकांपा ने दो-दो उम्मीदवार खड़े किए। कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) ने एक-एक उम्मीदवार मैदान में उतारा है, जबकि महाविकास आघाड़ी (एमवीए) की उनकी सहयोगी राकांपा (शरदचंद्र पवार) पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी (पीडब्ल्यूपी) के उम्मीदवार का समर्थन कर रही है।
किसने किसको बनाया उम्मीदवार : उम्मीदवार भाजपा ने 5 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे, जिनमें महाराष्ट्र की पूर्व मंत्री पंकजा मुंडे, योगेश तिलेकर, परिणय फुके, अमित गोरखे और सदाभाऊ खोत शामिल थे। शिवसेना ने लोकसभा के दो पूर्व सदस्य शिवाजीराव गर्जे और राजेश विटेकर को टिकट दिया था। कांग्रेस ने प्रज्ञा सातव को एक और कार्यकाल के लिए नामित किया था, जबकि शिवसेना (यूबीटी) ने मिलिंद नार्वेकर को मैदान में उतारा था। एमवीए के तीसरे घटक राकांपा (एसपी) ने अपना उम्मीदवार उतारने के बजाय पीडब्ल्यूपी के जयंत पाटिल को समर्थन दिया। (एजेंसी/वेबदुनिया)