नई दिल्ली। हरियाणा में सिनेमा उद्योग को बढ़ावा देने और इसे प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार जल्दी ही फिल्म नीति की घोषणा करेगी और इसके तहत प्रदेश में एक फिल्म विश्वविद्यालय भी स्थापित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिनेमा, सांस्कृतिक, सामाजिक, राजनीतिक तथा आर्थिक परिस्थितियों को अभिव्यक्त करता है और इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लाखों लोगों को रोजगार उपलब्ध हो रहा है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भारतीय चित्र साधना द्वारा आयोजित चित्र भारती चलचित्र उत्सव को संबोधित करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने कहा कि राज्य की मौलिक सांस्कृतिक एवं आंचलिक पहचान के संरक्षण तथा संवर्धन के लिए राज्य सरकार शीघ्र ही फिल्म नीति की घोषणा करने जा रही है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में एक फिल्म विश्वविद्यालय भी स्थापित किया जाएगा। हरियाणा सरकार की तरफ से जारी एक बयान के अनुसार, खट्टर ने कहा कि बॉलीवुड में हरियाणवी संस्कृति व हरियाणवी बोली अपना स्थान बनाती जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में फिल्म निर्माण की अपार संभावनाएं हैं। देश में हिन्दी सिनेमा के साथ समानांतर रूप से क्षेत्रीय सिनेमा का भी व्यापक विस्तार हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिनेमा, सांस्कृतिक, सामाजिक, राजनीतिक तथा आर्थिक परिस्थितियों को अभिव्यक्त करता है और इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लाखों लोगों को रोजगार उपलब्ध हो रहा है। हरियाणा में फिल्म निर्माण उद्योग को प्रोत्साहित करने तथा इसे बढ़ावा देने की दिशा में राज्य सरकार शीघ्र ही फिल्म नीति घोषित करेगी।
उन्होंने कहा कि पहले फ़िल्मों में आम जनमानस के जीवनवृत्त तथा विभिन्न सामाजिक संदर्भों का समावेश रहता था, लेकिन आज यह प्रयोगात्मक हो गया है। मौजूदा समय में फिल्म निर्माण में व्यावसायिक उद्देश्यों की प्राथमिकता बढ़ती जा है।
खट्टर ने कहा कि फिल्मों में सामाजिक व नैतिक पहलुओं का सही रूप में समावेश करने की ओर अधिक ध्यान देने की भी आवश्यकता है। उन्होंने वर्तमान में उच्च सामाजिक व नैतिक मूल्यों को पोषित करने वाली प्रेरणादायक फिल्मों के अधिकाधिक निर्माण की आवश्यकता पर बल दिया। चित्र भारती चलचित्र उत्सव आज से शुरू होकर 21 फरवरी तक चलेगा। (भाषा)