टेरर फंडिंग मामले में हिज्बुल आतंकी सलाहुद्दीन का बेटा गिरफ्तार

सुरेश एस डुग्गर
गुरुवार, 30 अगस्त 2018 (11:15 IST)
श्रीनगर। एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) कश्‍मीर के आतंकवाद को लेकर अब ताबड़तोड़ कार्रवाई करनी आरंभ की है। जेलर को हिरासत में लेने के बाद उसने अब श्रीनगर से गुरुवार सुबह हिजबुल मुजाहिद्दीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन के बेटे शकील को गिरफ्तार कर लिया है।
 
एनआईए टीम ने सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस के साथ श्रीनगर में रामबाग से सैयद सलाहुद्दीन के पुत्र शकील को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारी आतंकी फंडिंग के मामले में की गई है। ये जानकारी एनआईए के एक प्रवक्ता ने दी है। शकील पर अपने पिता से कथित तौर पर धन लेने का आरोप है। वर्तमान में वह एक प्रतिष्ठित सरकारी अस्पताल में प्रयोगशाला सहायक के तौर पर काम कर रहा है।
 
एनआईए का आरोप है कि शकील अमेरिका से पैसों के लेन-देन से जुड़ी एक अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन कंपनी के मार्फत इस मामले में एक अन्य आरोपी एजाज अहमद भट से पैसा प्राप्त करता था। सऊदी अरब का रहने वाला एजाज फरार है।
 
एजेंसी का आरोप है कि भट के कई भारतीय संपर्कों में से शकील भी एक है, जो पैसों के लेन-देन संबंधी कोड के लिए उसके साथ फोन पर संपर्क में रहता था। एनआईए द्वारा अप्रैल 2011 में दर्ज यह मामला दिल्ली के मार्फत हवाला माध्यमों से धन को पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर भेजे जाने से जुड़ा है। एजेंसी का मानना है कि इन पैसों का इस्तेमाल आतंकी फंडिंग और अलगाववादी गतिविधियों के लिए किया गया।
 
जांच एजेंसी ने अब तक इस संबंध में पाकिस्तान समर्थक अलगाववादी सैयद अली शाह गिलानी के करीबी सहयोगी जीएम भट, मोहम्मद सिद्दीक गनई, गुलाम जिलानी लिलू और फारुक अहमद दग्गा समेत 6 लोगों के खिलाफ दो आरोप पत्र दाखिल किए हैं। एनआईए ने इस संबंध में दो अन्य मोहम्मद मकबूल पंडित और भट के खिलाफ भी आरोप पत्र दायर किया है लेकिन ये दोनों फरार हैं। उन दोनों के खिलाफ इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया है।
 
शकील के पिता मोहम्मद यूसुफ शाह उर्फ सैयद सलाहुद्दीन को अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने वैश्विक आतंकवादी घोषित किया है। आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन का मुखिया होने के अलावा सलाहुद्दीन कश्मीर घाटी में आतंकवादी संगठनों के समूह यूनाइटेड जिहाद काउंसिल (यूजेसी) का भी अध्यक्ष है। इस मामले में एनआईए ने गिलानी के करीबी रिश्तेदारों एवं सहयोगियों समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया है।
 
सैयद मोहम्मद युसूफ शाह जिसे कि आमतौर पर सैयद सलाहुद्दीन के नाम से जाना जाता है, वह आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन का मुखिया है, जो कश्मीर घाटी से अपने ऑपरेशन को अंजाम देता है। वह हिजबुल से पहले एंटी-इंडिया आतंकी समूह जिहाद काउंसिल का अध्यक्ष रह चुका है। उसने कसम खाई थी कि वह कश्मीर मुद्दे पर किसी भी तरह की शांति स्थापना वाले कार्यों को सफल नहीं होने देगा। घाटी में और ज्यादा आत्मघाती हमलावरों को ट्रेनिंग देगा और कश्मीर को भारतीय सेना का कब्रिस्तान बना देगा।
 
26 जून 2017 को अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने उसे विशेष नामित वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था। हालांकि इस घोषणा के बाद वह मुजफ्फराबाद के सेंटर प्रेस क्लब में पाकिस्तानी मीडिया से बात करता हुआ नजर आया था। उसने कहा था कि यह घोषणा अमेरिका, इसराइल और भारत की पाकिस्तान के प्रति शत्रुता दिखाती है।
 
सलाहुद्दीन भारत में हुए कई आतंकी हमलों में शामिल रहा है। जनवरी 2016 को पंजाब के पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले के पीछे भी उसके संगठन यूनाइडेट जिहाद काउंसिल का हाथ था। जैश-ए-मोहम्मद भी सलाहुद्दीन के ही संगठन का हिस्सा है। उसकी आतंकी गतिविधियों की वजह से 26 जून 2017 को अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने उसे वैश्विक आतंकियों की सूची में डाल दिया था।
 
सलाहुद्दीन का बड़ा बेटा सैयद शकील अहमद श्रीनगर के शेरे कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस में मेडिकल असिस्टेंट है। दूसरा बेटा जावेद यूसुफ बडगाम में ही जोनल एजुकेशन ऑफिस में कम्प्यूटर ऑपरेटर है। तीसरा बेटा शाहिद यूसुफ श्रीनगर में कृषि विभाग में काम करता था। चौथा बेटा वाहिद यूसुफ श्रीनगर के शेरे कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस में डॉक्टर है। पांचवां बेटा सैयद मुईद कम्प्यूटर इंजीनियर है।
 
इससे पहले भी एनआईए सलाहुद्दीन के एक बेटे को गिरफ्तार कर चुकी है। पिछले साल एनआईए ने सैयद शाहिद को मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया था। वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है।

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