शशिकला द्वारा प्रेसिडियम चेयरमैन पद से हटाए गए ई. मधुसूदन ने एक वक्तव्य में कहा कि शशिकला ने दिवंगत जयललिता से वादा किया था कि वे राजनीति में नहीं आएंगी और सरकार या पार्टी का हिस्सा बनने में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है, उन्होंने इस वादे का उल्लंघन किया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से शशिकला के साथ कोई संबंध नहीं रखने को कहा।
पिछले ही हफ्ते पनीरसेल्वम के खेमे में शामिल हुए मधुसूदनन की जगह शशिकला ने केए सेनगोत्तईयान को प्रेसिडियम चेयरमैन बना दिया था जिसे पनीरसेल्वम खेमे ने अस्वीकार कर दिया था। उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी हटा दिया गया था, हालांकि उन्होंने दावा किया था कि शशिकला को ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है।