बताया जा रहा है कि बसंती बेन ने अपने रिश्तेदारों के साथ स्थित कोठार गांव के पास प्रसिद्ध नीलकंठ महादेव मंदिर और भुवनेश्वरी मंदिर के दर्शन किए। इसके बाद लौटते समय वे शशि देवी की दुकान पर पहुंची। शशि देवी कोठार गांव में रहती हैं और मां भुवनेश्वरी प्रसाद भंडार नाम से एक दुकान चलाती हैं।