उल्लेखनीय है कि प्रशांत किशोर के बयानों से नाराज नीतीश ने कहा था कि अमित शाह के कहने पर मैंने प्रशांत किशोर को पार्टी में शामिल कराया था। अब अगर वे जाना चाहते हैं तो जा सकते हैं। नीतीश ने स्पष्ट किया था कि अगर उन्हें जदयू में रहना है तो पार्टी की नीति और सिद्धांतों के मुताबिक ही चलना पड़ेगा।