मुंबई। महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले के एक निजी स्कूल में ‘प्रोजेक्ट वर्क’ पूरा नहीं करने पर एक छात्रा को 500 उठक-बैठक करने की सजा दे गई। आठवीं कक्षा की छात्रा इस अमानवीय सजा के चलते बीमार पड़ गई और उसे एक अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
चांडगड तहसील पुलिस ने बताया कि हमने प्राचार्य अश्विनी दीवान को गुरुवार को इस मामले गिरफ्तार कर लिया। बाद में उसे जमानत मिल गई और वह रिहा हो गया।
गौरतलब है कि 24 नवंबर को दीवान ने तहसील के कनूर बुदरूक गांव स्थित निजी स्कूल श्री भावश्वरी संदेश विद्यालय में आठवीं की आठ छात्राओं को कथित तौर पर 500 उठक - बैठक करने को कहा था। प्रोजेक्ट वर्क नहीं करने को लेकर उन्हें यह सजा दी गई थी।
उठक बैठक करने के दौरान 13 साल की एक छात्रा बीमार पड़ गई और उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना के बाद प्राचार्य को स्कूल प्रबंधन ने अनिवार्य अवकाश पर भेज दिया था। (भाषा)