पुलिस अधीक्षक रोहन पी कनय ने बताया कि सदर कोतवाली क्षेत्र स्थित मां विंध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण एवं समाज सेवा संस्थान द्वारा संचालित बाल गृह बालिका, बाल गृह शिशु और सुधार गृह की मान्यता पर शासन ने रोक लगा दी थी। इसके बाद भी संस्था में बालिकाओं, शिशुओं तथा महिलाओं को अवैध रूप से रखा जाता था।
रविवार शाम बेतिया बिहार की एक बालिका बालिका गृह से भाग निकली, जिसने पुलिस को आपबीती बताई उसके बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की। उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला कि यहां रह रहीं 15 से 18 साल की लड़कियों से अवैध धंधा कराया जा रहा है।
इस बात के सामने आने पर पुलिस ने मौके से 24 महिलाओं और बच्चों को मुक्त कराया है। संस्था को सिल कराकर संचालिका गिरिजा त्रिपाठी, उसके पति मोहन त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया है। संस्था की अधीक्षका कंचनलता फरार है। इस सिलसिले में गम्भीर दफाओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
कनय ने बताया कि इस तथाकथित संस्था में 42 महिलाएं और बच्चों के रहने की सूचना है, जिसमें 18 बच्चे, महिलाएं और बालिकाएं लापता बताई जा रही हैं। पुलिस उनके बारे में जानकारी हासिल रही है। (वार्ता)