Maharashtra politics News: महाराष्ट्र की राजनीति में दिग्गज मराठा नेता शरद पवार को तगड़ा झटका लगा है। अब मूल एनसीपी पर भतीजे अजित पवार का कब्जा हो गया है, जबकि उनकी पार्टी का नाम राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी- NCP (शरद चंद्र पवार) होगा। दरअसल, पवार की एनसीपी का हश्र भी उद्धव ठाकरे की शिवसेना जैसा ही हुआ।
भतीजे अजित पवार को एनसीपी के बाद चुनाव आयोग को शरद पवार गुट ने तीन नाम दिए थे। इनमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरद चंद्र पवार के नाम पर आयोग ने अपनी मुहर लगा दी।
लोकतंत्र की पीठ में छुरा घोंका : इससे पहले शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता संजय राउत ने बुधवार को आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के गुट को असली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के रूप में मान्यता संबंधी फैसला देकर लोकतंत्र की पीठ में छुरा भोंका है।
राउत ने नई दिल्ली में कहा कि जिस तरह का अन्याय राकांपा के संस्थापक शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ हुआ है, वैसा अन्याय इतिहास में कभी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि शिवसेना और राकांपा को इसलिए कमजोर किया गया क्योंकि यही दो दल हैं जिन्होंने मराठी अस्मिता की रक्षा की और महाराष्ट्र के साथ अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई।
उन्होंने दो प्रतिद्वंद्वी गुटों की ओर से राकांपा विधायकों के खिलाफ दायर याचिका पर जारी अयोग्यता कार्यवाही का जिक्र करते हुए कहा कि अब लोकतंत्र की हत्या के लिए मामला स्पीकर राहुल नार्वेकर को सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि असली शिवसेना वही है जहां ठाकरे हैं और ठीक यही मामला राकंपा के साथ है, जहां शरद पवार हैं वही असली राकांपा है।
उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार को खुद की पार्टी बनाने और लोगों का सामना करने की चुनौती भी दी। निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को घोषणा की कि अजित पवार गुट ही असली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी है। आयोग ने एक आदेश में अजित पवार के नेतृत्व वाले समूह को राकांपा का चुनाव चिह्न घड़ी भी आवंटित कर दिया। (वेबदुनिया/एजेंसी)