Karnataka Assembly News : कर्नाटक विधानसभा से मुख्य विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के 18 विधायकों को 6महीने तक सदन से निलंबित करने के फैसले को रद्द कर दिया गया है। विधानसभा अध्यक्ष यूटी खादर ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया, निलंबन खुशी-खुशी वापस ले लिया गया है। इसमें कोई शर्त नहीं है। वे विधायक हमारे मित्र हैं, दुश्मन नहीं। यह घटना क्षणिक आवेश में हुई थी। ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, यह सुनिश्चित करने के लिए मुझे भी सख्त कदम उठाने पड़े। निलंबन के 2 महीने से अधिक समय बाद इस निर्णय की घोषणा खादर ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आर अशोक और कानून एवं संसदीय मामलों के मंत्री एच के पाटिल के साथ बैठक के बाद की।
खादर ने कहा, मैंने निलंबन की सिफारिश की थी, लेकिन सदन ने प्रस्ताव के माध्यम से इसे मंजूरी दे दी। इसलिए आज सदन के नेता और मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, कानून मंत्री और विपक्ष के नेता ने मेरे साथ चर्चा की। निलंबन और निर्दिष्ट शर्तों को रद्द करने और उन्हें विधायकों के रूप में काम करने की अनुमति देने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने बताया, निलंबन खुशी-खुशी वापस ले लिया गया है। इसमें कोई शर्त नहीं है। वे विधायक हमारे मित्र हैं, दुश्मन नहीं। यह घटना क्षणिक आवेश में हुई थी। ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, यह सुनिश्चित करने के लिए मुझे भी सख्त कदम उठाने पड़े।
निलंबित विधायकों में भाजपा के मुख्य सचेतक डोड्डानगौड़ा पाटिल, पूर्व उपमुख्यमंत्री सीएन अश्वथ नारायण, एसआर विश्वनाथ, बीए बसवराजू, एमआर पाटिल, चन्नबसप्पा, बी सुरेश गौड़ा, उमानाथ कोट्यान, शरणु सालगर, डॉ. शैलेन्द्र बेल्देले, सीके राममूर्ति, यशपाल सुवर्ण, बीपी हरीश, भरत शेट्टी, धीरज मुनिराजू, चंद्रू लमानी, मुनिरत्न और बसवराज मत्तीमुद शामिल थे।(भाषा)
Edited By : Chetan Gour