अहमदाबाद। गुजरात पुलिस ने टीएमसी के प्रवक्ता साकेत गोखले को एक ट्वीट को लेकर हिरासत में लिया है जिसमें उन्होंने पुल हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मोरबी दौरे से जुड़ी कथित फर्जी खबर का समर्थन किया था। सहायक पुलिस आयुक्त (साइबर अपराध) जितेंद्र यादव ने मंगलवार को बताया कि अहमदाबाद साइबर अपराध प्रकोष्ठ के अधिकारियों ने गोखले को राजस्थान की राजधानी जयपुर से आज सुबह हिरासत में ले लिया।
यादव ने कहा कि एक व्यक्ति से मिली शिकायत के आधार पर गोखले के खिलाफ प्रधानमंत्री के मोरबी दौरे को लेकर फर्जी खबर फैलाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई। हमने उन्हें आज सुबह जयपुर में हिरासत में लिया और आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए उन्हें यहां लाया गया है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 संबंधी जांच किए जाने के बाद उन्हें औपचारिक रूप से गिफ्तार किया जाएगा।
पुलिस ने बताया कि भारतीय दंड संहिता की धारा 465, 469, 471 (सभी फर्जीवाड़े से संबंधित)और 501 (मानहानिकारक मानी जाने वाली चीजों के प्रकाशन) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। सूत्रों ने बताया कि ममता बनर्जी नीत टीएमसी के प्रवक्ता गोखले (35) की हाल ही में दिल की सर्जरी हुई थी और वह निजी यात्रा पर जयपुर गए थे।
गोखले ने हाल में एक खबर ट्विटर पर साझा की थी जो एक प्रमुख गुजराती समाचार पत्र में प्रकाशित हुई प्रतीत होती है। इसमें दावा किया गया था कि सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत दायर एक आवेदन के जवाब में पता चला है कि अक्टूबर में एक पुल गिरने के बाद प्रधानमंत्री मोदी के मोरबी दौरे पर गुजरात सरकार ने 30 करोड़ रुपए खर्च किए थे।
मोरबी पुल हादसे में 135 लोगों की जान चली गई थी। गोखले ने यह खबर साझा करते हुए लिखा था कि आरटीआई में पता चला है कि मोदी के मोरबी दौरे पर कुछ ही घंटे में 30 करोड़ रुपए खर्च किए गए... मोदी के कार्यक्रम प्रबंधन और पीआर की कीमत 135 मासूम लोगों की जान से अधिक है।
सहायक पुलिस आयुक्त (साइबर अपराध) यादव ने कहा कि हमने जब गुजरात समाचार से संपर्क किया तो उसके प्रबंधन ने बताया कि यह खबर कभी प्रकाशित ही नहीं की गई और यह पूरी तरह से फर्जी है जिसे किसी ने वास्तविक दिखाने के लिए ऐसा बनाया है। इसलिए हमने गोखले को फर्जी खबर फैलाने के आरोप में हिरासत में लिया है।(भाषा)