कैंट कोतवाली निरीक्षक अरुण सैनी ने बताया कि हादसे में 2 लोगों की मौत हुई है और 3 अन्य घायल हो गए हैं। मृतकों के नाम बाणगंगा के बीरपुर निवासी धन बहादुर और डाकरा गढ़ी कैंट निवासी प्रेम थापा हैं। घायलों के नाम शाहरुख, जुल्फान हैं और तीसरे की पहचान नहीं हो सकी है। घटना की सूचना मिलते ही बचाव एवं राहत दल मौके पर पहुंच गया।
बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने इस पुल की जगह नए पुल का शिलान्यास किया था। 2 दिन में नए पुल का काम शुरू होने वाला था। यह लोहे का पुल कई वर्षों से जर्जर हालत में था और लोहा जंग खा चुका था। बीरपुर निवासी मक्खन सिंह (85) पिछले 6 साल से लगातार इस पुल को बंद करने और इसकी जगह नया पुल बनाने की मांग कर रहे थे।
मक्खन सिंह स्थानीय प्रशासन, मुख्यमंत्रियों और तो और प्रधानमंत्री तक को पत्र लिखकर मांग कर चुके थे कि इस पुल की जगह नया पुल बनाया जाए जिसके बावजूद इसके रखरखाव के लिए आजतक कुछ भी नहीं किया गया जिसकी कीमत 2 लोगों को अपनी जान गंवाकर चुकानी पड़ी। पुल टूटने से कैंट सैनिक बहुल क्षेत्र सहित घनघोड़ा, जेतन वाला, संतला देवी मंदिर सहित अन्य कई गांवों के लिए वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है।