आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल के हवाले से एक बयान में कहा गया, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोग इतने घटिया और अपमानजनक हो सकते हैं कि लड़की को इतना उत्पीड़न झेलना पड़ रहा है। मैंने परिवहन विभाग को इस समस्या के समाधान के लिए चार दिन का समय दिया है ताकि लड़की को और तकलीफ न हो।
उन्होंने कहा, मैंने परिवहन विभाग को 'सेक्स' शब्द वाली इस आवंटन श्रृंखला में पंजीकृत वाहनों की कुल संख्या बताने के लिए कहा है। नोटिस में, मालीवाल ने विभाग से ऐसी सभी शिकायतों का ब्योरा भी मांगा हैं। दिल्ली में दोपहिया वाहनों को 'एस' अक्षर से दर्शाया जाता है और वर्तमान में दोपहिया वाहनों के पंजीकरण के लिए प्रचलन में दो अक्षर 'ई' और 'एक्स' हैं।
इसलिए इन दिनों दिल्ली में दोपहिया वाहनों की नंबर प्लेट पर 'एस' अक्षर और उसके बाद 'ईएक्स' लिखा होता है। परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिस किसी के पास इस सीरीज में रजिस्ट्रेशन नंबर है, वह इसे बदलवा सकता है।(भाषा)