उन्होंने कहा, जैसे ही तीनों यह जानने के लिए वाहन से बाहर आए कि जाम क्यों लगा है, तो इसी बीच बंदर ऑटोरिक्शा में रखे उस तौलिए को लेकर भाग गया जिसमें एक लाख रुपए लपेटकर रखे गए थे। बाद में बंदर कुछ दूरी पर जाकर एक पेड़ पर चढ़ गया और जैसे ही बंदर ने तौलिया हिलाया, उसमें से नोट नीचे गिरकर बिखर गए। हालांकि मालिक 56,000 रुपए एकत्र करने में ही कामयाब रहा, जबकि बाकी रुपए खो गए।
सिंह ने बताया कि यह पता नहीं चल पाया कि बाकी पैसे कहां चले गए। उन्होंने कहा कि इस घटना के संबंध में कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है, क्योंकि वह बंदर जंगली था। उन्होंने कहा कि जांच के लिए तथ्यों का पता लगाने के वास्ते क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे नहीं हैं। सिंह ने कहा कि लोग अक्सर क्षेत्र में बंदरों को खाना खिलाते हैं और कई बंदर वाहनों में भी प्रवेश कर जाते हैं।(भाषा)