इसी क्रम में मुख्यमंत्री गौशाला पहुंचे और गायों को गुड़-चना खिलाया। इसके बाद वे करीब साढ़े 6 बजे फरियादियों के बीच पहुंच गए और उनकी समस्याएं सुनने के लिए अपने कक्ष में विराजमान हो गए। एक-एक कर फरियादी आते रहे और मुख्यमंत्री उनकी समस्याएं पूरी गंभीरता से सुनकर समाधान का आश्वासन देते रहे। यह सिलसिला सुबह साढ़े 8 बजे तक चला।