नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव और वैश्विक शेयर बाजारों में कमजोर रूख के कारण बुधवार को शुरुआती कारोबार में निवेशकों की संपत्ति में 76,809 करोड़ रुपये से अधिक की गिरावट आ गई। वैश्विक स्तर पर बिकवाली का रूख रहने से 30 शेयरों पर आधारित बीएसई का सूचकांक सेंसेक्स 921 अंक गिरकर 55,326 पर पहुंच गया।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि और विदेशी पूंजी की सतत निकासी का असर निवेशकों की धारणा पर पड़ा।
वैश्विक स्तर पर बिकवाली का रूख रहने से 30 शेयरों पर आधारित बीएसई का सूचकांक सेंसेक्स 921 अंक गिरकर 55,326 पर पहुंच गया। इसी तरह एनएसई निफ्टी 232 अंक या 1.04 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,562 पर आ गया।
सेंसेक्स में सर्वाधिक 3.46 फीसदी की गिरावट आईसीआईसीआई बैंक के शेयर में हुई। इसके अलावा एशियन पेंट्स, मारुति, एचडीएफसी, कोटक बैंक और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर भी लाल निशान में थे। वहीं दूसरी ओर टाटा स्टील, एमएंडएम, रिलायंस इंडस्ट्रीज, पॉवर ग्रिड, एनटीपीसी और टेक महिंद्रा के शेयर लाभ में रहे।
पिछले सत्र में 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 388.76 अंक यानी 0.70 प्रतिशत की बढ़त के साथ 56,247.28 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 135.50 अंक यानी 0.81 प्रतिशत की बढ़त के साथ 16,793.90 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने सोमवार को 3,948.47 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। इस बीच वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट वायदा 5.73 फीसदी बढ़कर 110.98 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।