विश्व बाजारों में मजबूती के बीच चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश की आर्थिक विकास दर अनुमान से बेहतर रहने और मुद्रास्फीति के चार प्रतिशत से नीचे आने के बढ़िया समाचार मिलने से शेयर बाजारों ने चौतरफा लिवाली की बदौलत लगातार छठे दिन छलाँग लगाई।
बम्बई स्टाक एक्सचेंज (बीएसई) का संवेदी सूचकांक (सेंसेक्स) कुल ।96.86 अंक यानी 1.30 प्रतिशत ऊपर चढ़कर 15318.60 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टाक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी सूचकांक 51.70 अंक यानी 1.17 प्रतिशत की बढ़त के साथ 4464.00 अंक रहा।
अमेरिका में जोखिम वाले सब प्राइम रिण को लेकर व्याप्त चिंता से निबटने के लिए वहाँ की सरकार के कोई कदम उठाने के साथ साथ ब्याज दरों में कमी की अटकलों से निवेशकों का विश्वास लौट आया तथा एशिया और यूरोप के बाजारों ने कल अमेरिकी बाजार में आई मंदी को अनदेखा कर दिया।
विश्व बाजारों की मजबूती के साथ साथ देश में राजनीतिक चिंता कम होने से निवेशकों के शेयरों की भारी खरीद करने से सेंसेक्स कल के 15121.74 अंक से ऊपर 1513.36 अंक पर खुला और यही इसका न्यूनतम स्तर रहा।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में आर्थिक विकास दर 9.3 प्रतिशत पर अनुमान से बेहतर रहने तथा मुद्रास्फीति के 17 महीने बाद चार प्रतिशत से नीचे आने के शुभ समाचारों का शेयर बाजार पर अच्छा असर पडा और सेंसेक्स 15350.91 अंक के उच्चतम स्तर तक चला गया।
धातु, तेल एवं गैस, आटो, पीएसयू और फार्मा कंपनियों के शेयरों में भारी लिवाली रही। इन कंपनियों के शेयर सूचकांक में दो-दो से ज्यादा प्रतिशत की बढोतरी हुई।
रीयल एस्टेट, बैंकिंग और एफएमसीजी कंपनियों के शेयर सूचकांक में एक-एक प्रतिशत से अधिक की बढ़त रही। अन्य सभी कंपनी वर्गों के शेयर सूचकांक में बढ़ोतरी हुई।