नई दिल्ली: अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) के दो सितंबर को होने वाले चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए चुनौती पेश कर रहे पूर्व भारतीय कप्तान बाईचुंग भूटिया ने कहा कि भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम के विश्व कप में क्वालीफाई करने की राह काफी मुश्किल है लेकिन यह असंभव नहीं है।
भूटिया ने कहा कि मौजूदा स्तर को देखते हुए भारतीय टीम के लिए विश्व कप में जगह बनाना आसान नहीं है लेकिन यह असंभव भी नहीं है।
निकट भविष्य में भारतीय टीम के विश्व कप में क्वालीफाई करने से जुड़े सवाल के जवाब में भूटिया ने कहा, ईमानदारी से कहूं तो भारतीय टीम के मौजूदा स्तर को देखते हुए यह बिलकुल भी आसान नहीं होने वाला लेकिन यह असंभव भी नहीं है। हमें अपने प्रदर्शन में सुधार करना होगा और इसके लिए जमीनी स्तर पर खिलाड़ियों को तैयार करने की जरूरत है।
उन्होंने यहां एक कार्यक्रम के दौरान कहा, हमें जमीनी स्तर पर अधिक टूर्नामेंट आयोजित करने और अधिक कोच तैयार करने की जरूरत है। राज्य संघों को वित्तीय रूप से मजबूत करना होगा जबकि संन्यास ले चुके पूर्व खिलाड़ियों को कोचिंग से जोड़ने की जरूरत है जिससे कि उनके अनुभव का फायदा उठाया जा सके।
भूटिया ने साथ ही एक बार फिर दोहराया कि अगर वह एआईएफएफ चुनाव में जीत दर्ज करते हैं तो वह संस्थान को सफलतापूर्वक संचालित करने की काबिलियत रखते हैं।
भूटिया और पूर्व गोलकीपर कल्याण चौबे अध्यक्ष पद की दौड़ में आमने-सामने हैं।मोहन बागान और ईस्ट बंगाल के पूर्व गोलकीपर चौबे बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के नेता हैं और उन्हें गुजरात तथा अरुणाचल प्रदेश जैसे राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्यों से समर्थन मिलने के कारण प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
भूटिया ने कहा, मैं अध्यक्ष पद के लिए सक्षम दावेदार हूं। मैं विभिन्न स्तर पर फुटबॉल से जुड़ा रहा हूं और मेरा अनुभव एआईएफएफ के काफी काम आ सकता है। मैं एआईएफएफ से पहले भी जुड़ा रहा हूं इसलिए मुझे अध्यक्ष के रूप में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने में कोई समस्या नहीं होगी।
भूटिया ने कहा कि एआईएफएफ पर लगा फुटबॉल की वैश्विक संचालन संस्था फीफा का प्रतिबंध हटने के बाद अब पूरा ध्यान फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप की सफल मेजबानी पर दिया जाना चाहिए।