मुख्य कोच यानेक शॉपमैन ने कहा कि भारतीय महिला हॉकी टीम की पेनल्टी को गोल में बदलने की खराब दर की असली वजह टीम में ड्रैग फ्लिक खिलाड़ियों की कमी है। उन्होंने कहा कि देश में प्रतिभा विकास कार्यक्रमों में इस मुद्दे पर जोर दिये जाने की जरूरत है।
शॉपमैन ने कहा कि ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने में टीम की विफलता से वह आहत है लेकिन प्रो लीग में मिलने वाले मौका का वह फायदा उठाना चाहती है।उन्होंने कहा, हम अब ओलंपिक क्वालीफिकेशन हासिल नहीं कर सकते लेकिन हमारे पास आगे बढ़ने के अलावा कोई चारा नहीं है। हमें आगे बढ़ने के लिए अपनी मजबूती के साथ खेलना होगा, हमें यह दिखाना होगा कि हम अच्छा खेल सकते हैं।(भाषा)