दिल्ली हॉफ मैराथन में इथोपिया के धावकों ने जीते दोनों खिताब

Webdunia
रविवार, 21 अक्टूबर 2018 (13:13 IST)
नई दिल्ली। इथोपिया के धावकों एंडमलाक बेलिहु और जेमेचू त्शाय ने एयरटेल दिल्ली हॉफ मैराथन में अपना दबदबा कायम करते हुए रविवार को क्रमश: पुरुष और महिला वर्ग के खिताब जीत लिए। दोनों वर्गों में एलीट विजेताओं को 27-27 हजार डॉलर की पुरस्कार राशि मिली।

राजधानी के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम से हुई 21.097 किलोमीटर की एलीट क्लास रेस को दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने हरी झंडी दिखाई। हॉफ मैराथन में कुल 12,060 धावकों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी भी मौजूद थे।
 
पुरुष वर्ग में इथोपिया के एंडमलाक बेलिहु ने बाजी मारी लेकिन वे कोर्स रिकॉर्ड तोड़ने से 12 सेकंड के मामूली अंतर से चूक गए। उन्होंने 59.17 मिनट का समय निकाला। पुरुष वर्ग में कोर्स रिकॉर्ड 59.06 मिनट का था। इथोपिया के एमदेवर्क वालेलेगन ने 59.21 मिनट के साथ दूसरा और केन्या के डेनियल किपचुंबा ने 59.48 मिनट के साथ तीसरा स्थान हासिल किया।
 
इथोपिया की ही जेमेचू त्शाय ने 1 घंटा 6 मिनट 50 सेकंड का समय निकालकर नया कोर्स रिकॉर्ड बनाते हुए महिला एलीट वर्ग का खिताब जीता। उन्हें कोर्स रिकॉर्ड बनाने के लिए 10 हजार डॉलर का अतिरिक्त बोनस दिया गया। जेमेचू को पेसमेकर के साथ दौड़ने का पूरा फायदा मिला और उन्होंने लगातार गति बनाए रखते हुए नया कोर्स रिकॉर्ड बना दिया।
 
महिला वर्ग में केन्या की जोयसीलिन जेप्कोसगई को 1 घंटा 6 मिनट 56 सेकंड के समय के साथ दूसरा और इथोपिया की जेनेबा यिमर को 1 घंटा 6 मिनट 59 सेकंड के समय के साथ तीसरा स्थान मिला। ओवरऑल विजेताओं में दूसरे स्थान के लिए 20-20 हजार डॉलर और तीसरे स्थान के लिए 13-13 हजार डॉलर दिए गए।
 
भारतीय पुरुषों में अभिषेक पाल विजेता रहे जबकि महिलाओं में संजीवनी जाधव ने बाजी मारी। भारतीय विजेताओं को 4-4 लाख रुपए की पुरस्कार राशि मिली। अभिषेक की ओवरऑल पोजीशन 12वीं और संजीवनी की 10वीं पोजीशन रही। अभिषेक ने 1 घंटा 4 मिनट 13 सेकंड के समय में दौड़ पूरी की। संजीवनी 1 घंटा 13 मिनट 58 सेकंड में दौड़ पूरी करके भारतीय महिला विजेता बनीं।
 
एलीट पुरुष वर्ग के विजेता बेलिहु पिछले साल दूसरे स्थान पर रहे थे लेकिन इस बार उन्होंने शानदार अंदाज में जीत हासिल की। उन्होंने जीत के बाद कहा कि वे इस बार रेस जीतने के लिए पूरी तरह तैयार थे। यदि उन्हें अंतिम 1 किलोमीटर में थोड़ी सी भी चुनौती मिलती तो वे भी कोर्स रिकॉर्ड तोड़ सकते थे। बेलिहु ने फिनिश लाइन तक पहुंचते-पहुंचते काफी बढ़त बना ली थी और उन्होंने आराम से जीत अपने नाम की। 
 
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर जोंटी रोड्स और 5 बार की विश्व चैंपियन सान्या रिचर्ड्स रॉस ने रेस के बाद विजेताओं को पुरस्कृत किया। हॉफ मैराथन के अलावा ओपन 10 किलोमीटर दौड़ में 4,863 धावक, ग्रेट दिल्ली रन में 16,025 धावक, सीनियर सिटीजन दौड़ में 1,140 धावक, चैंपियंस विद डिसएबिलिटी में 488 और पुलिस कप में 105 धावक दौड़े और एक बार फिर दिल्ली हॉफ मैराथन के रंग में रंग गई। (वार्ता)

सम्बंधित जानकारी

अगला लेख