नई दिल्ली: युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय ने अब तक की तुलना में ओलंपिक अभियान प्रकोष्ठ को और भी अधिक एथलीट-केंद्रित बनाने के लिए संशोधित ओलंपिक अभियान प्रकोष्ठ (MOC) के मुख्य सदस्यों के रूप में पूर्व एथलीटों की संख्या को दोगुना कर दिया है। एमओसी मंत्रालय के लक्ष्य ओलंपिक पोडियम (TOPS) पहल के माध्यम से भारत की ओलंपिक तैयारी को आगे बढ़ाएगा। यह बदलाव वैश्विक खेल मंच पर भारत की प्रगति में तेजी लाने के लिए किया गया है।
खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि यह निर्णय पिछले ओलंपिक खेलों में प्राप्त अनुभव से प्रेरित था। उन्होंने कहा, "मौजूदा एमओसी में पूर्व एथलीटों के अनुभव ने उन एथलीटों के प्रशिक्षण और प्रतियोगिता में सहयोग करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिन्होंने टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों में भाग लिया। देश ने ओलंपिक खेलों में 7 पदक और पैरा ओलंपिक खेलों में 19 पदक जीते।"
ओलंपिक अभियान प्रकोष्ठ: बाइचुंग भूटिया, अंजू बॉबी जॉर्ज, अंजलि भागवत, तृप्ति मुरगुंडे, सरदार सिंह, वीरेन रसकिन्हा, मालव श्रॉफ, मोनालिसा मेहता, भारतीय ओलंपिक संघ, भारतीय कुश्ती संघ, भारतीय तीरंदाजी संघ और भारतीय मुक्केबाजी संघ के अध्यक्ष, कार्यकारी निदेशक (टीम्स), साई के निदेशक (खेल), युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के लक्ष्य ओलंपिक पोडियम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (संयोजक) और लक्ष्य ओलंपिक पोडियम योजना के संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सह-संयोजक)।एमओसी की अध्यक्षता भारतीय खेल प्राधिकरण(साई) के महानिदेशक करेंगे।
सरकार ने पिछले पांच वर्षों में पुरुष हॉकी टीम पर 65 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं: अनुराग ठाकुर
सरकार ने पिछले पांच साल के दौरान पुरुष हॉकी टीम पर 65 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं। 2016 -17 से 2020-21 तक अर्थात बीते पांच वर्षों के दौरान सीनियर हॉकी पुरुष टीम पर 45.05 करोड़ रुपये और जूनियर हॉकी पुरुष टीम पर 20.23 करोड़ रुपये कोचिंग कैंप, विदेशी प्रतियोगिताओं, घरेलू प्रतियोगिताओं, कोचों के वेतन, उपकरण आदि पर खर्च किए गए हैं।
इसके अलावा, 2016-17 से खेलो इंडिया योजना के तहत हॉकी के लिए 103.98 करोड़ रुपये की 20 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है।यह जानकारी युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी। (वार्ता)