पेरिस। लात्विया की एलेना ओस्तापेंको ने स्विटजरलैंड की तिमिया बासिंस्की को गुरुवार को कड़े संघर्ष में 7-6, 3-6, 6-3 से हराकर फ्रेंच ओपन के महिला एकल वर्ग के फाइनल में पहुंचने के साथ ही इतिहास रच दिया। ओस्तापेंको ने अपने 20वें जन्मदिन का जश्न रौलां गैरो में इतिहास रचने के साथ मनाया। गैर वरीयता प्राप्त ओस्तापेंको इसके साथ ही किसी ग्रैंड स्लेम के फाइनल में पहुंचने वाली लात्विया की पहली खिलाड़ी बन गई हैं।
ओस्तापेंको 2007 में एना इवानोविच के बाद फ्रेंच ओपन के फाइनल में पहुंचने वाली सबसे युवा खिलाड़ी बन गई हैं। लात्वियाई खिलाड़ी ने मैच में तीन एस लगाए, तीन डबल फॉल्ट किए। अपनी पहली सर्विस पर 55 फीसदी अंक जीते, दूसरी सर्विस पर 40 फीसदी अंक जीते, 15 ब्रेक अंकों में से आठ को भुनाया, 14 ब्रेक अंकों में से छह बचाए, 50 विनर्स लगाए और 45 बेजां भूलें कीं।
बासिंस्की ने मैच में पांच एस लगाए, एक डबल फॉल्ट किया, अपनी पहली सर्विस पर 51 फीसदी अंक जीते, दूसरी सर्विस पर 44 फीसदी अंक जीते, 14 ब्रेक अंकों में से आठ को भुनाया, 15 ब्रेक अंकों में से सात बचाए ,22 विनर्स लगाए और 19 बेजां भूलें कीं।
ओस्तापेंको ने दिन के अपने 50 वें विनर से बासिंस्की की सर्विस तोड़ी और अपने पहले मेजर फाइनल में स्थान बना लिया। उन्होंने यह मुकाबला दो घंटे 24 मिनट में जीता। ओस्तापेंको ने पहले सेट का टाई ब्रेक 7-4 से जीतने के बाद दूसरा सेट 3-6 से गंवा दिया लेकिन निर्णायक सेट में लात्वियाई खिलाड़ी ने शानदार वापसी की और बासिंस्की को कोई मौका नहीं दिया।
विश्व में 47 वें नंबर की ओस्तापेंको इसके साथ ही 1983 के बाद से फ्रेंच ओपन के महिला एकल फाइनल में पहुंचने वाली पहली गैर वरीयता प्राप्त खिलाड़ी बन गयी हैं। ओस्तापेंको का फाइनल में दूसरी सीड चेक गणराज्य की कैरोलिना प्लिसकोवा और तीसरी सीड रोमानिया की सिमोना हालेप के बीच दूसरे सेमीफाइनल की विजेता से मुकाबला होगा।