लुसाने। ओलंपिक 800 मीटर चैंपियन दक्षिण अफ्रीका की कास्टर सेमेन्या उस प्रस्तावित नियम को चुनौती देने के लिए सोमवार को खेल पंचाट (कैस) की शरण में गई जिसमें उन्हें अपने टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम करना होगा।
दक्षिण अफ्रीका सरकार ने कहा है कि ट्रैक एवं फील्ड की वैश्विक संस्था अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स महासंघों के संघ (आईएएएफ) के प्रस्तावित नियम विशेष रूप से सेमेन्या को निशाना बनाने के लिए हैं। देश की सरकार ने साथ ही इन्हें सेमेन्या के मानवाधिकार का उल्लंघन करार दिया।
इन विवादास्पद नियमों के अनुसार अगर कोई ‘हाइपरएंड्रोजेनिक’ खिलाड़ी या ‘यौन विकास में भिन्नता’ वाला खिलाड़ी प्रतिस्पर्धा पेश करना चाहता है तो उन्हें अपने टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम करने और सीमा के अंदर लाने के लिए दवा लेनी होगी।
इस नियम को पिछले साल नवंबर में लागू किया जाना था लेकिन लुसाने स्थिति कैस में सुनवाई लंबित होने तक इसे टाल दिया गया। इस सुनवाई में सेमेन्या के हिस्सा लेने की संभावना है। उम्मीद है कि इस मामले में मार्च के अंत तक फैसला आ जाएगा।