नई दिल्ली: टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले भारतीय भालाफेंक स्टार नीरज चोपड़ा को प्रतिष्ठित लॉरेस विश्व खेल पुरस्कार में ब्रेकथ्रू पुरस्कार के लिये नामांकित किया गया है जिसमें एम्मा राडूकानू और सिमोन बिलेस समेत छह खिलाड़ी दौड़ में है।हाल ही में भाला फेंक में ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा को परम विशिष्ट सेवा मेडल (PVSM) देने की घोषणा की गई थी।
ये पुरस्कार अप्रैल में एक वर्चुअल समारोह में दिये जायेंगे । इस साल पुरस्कारों के सात वर्गों के लिये नामांकन दुनिया भर के 1300 से अधिक प्रमुख खेल पत्रकारों और प्रसारकों ने चुने हैं । विजेता का चयन लॉरेस विश्व खेल अकादमी मतदान के द्वारा करेगी जिसमें 71 महान खिलाड़ी शामिल हैं ।
ओलंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धा का स्वर्ण जीतने वाले चोपड़ा निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के बाद दूसरे भारतीय हैं।बिंद्रा ने 2008 बीजिंग ओलंपिक में पीला तमगा जीता था। टोक्यो में ओलंपिक खेलों में पदार्पण करने वाले 23 वर्ष के चोपड़ा ने 87.58 मीटर के थ्रो के साथ पहला स्थान हासिल किया।
नीरज ने फाइनल में शानदार शुरुआत की और पहली थ्रो में 87.03 मीटर की दूरी नाप ली। उनकी दूसरी थ्रो इससे भी बेहतर रही जिसमें उन्होंने 87.58 मीटर का फासला तय किया। उनकी तीसरी थ्रो 76.79 मीटर रही। इसके बाद उनकी अगली दो थ्रो फ़ाउल रही। उनकी आखिरी थ्रो से पहले उनका स्वर्ण पक्का हो चुका था। उनकी अंतिम थ्रो 84.24 मीटर रही लेकिन उनकी दूसरी थ्रो उन्हें स्वर्ण दिलाने के लिए काफी थी।
लॉरेस पुरस्कार के लिये नामांकन पाने वाले वह विनेश फोगाट (2019) और सचिन तेंदुलकर (2000 . 2020 खेल का सर्वश्रेष्ठ पल पुरस्कार) के बाद तीसरे भारतीय हैं। तेंदुलकर को 2011 विश्व कप जीतने के बाद भारतीय खिलाड़ियों द्वारा कंधे पर बिठाकर मैदान का चक्कर लगाये जाने के लिये यह पुरस्कार मिला था।
सचिन जब पुरस्कार जीते थे तब चोपड़ा ने शुरु किया था करियर
तेंदुलकर ने जब 2011 में वह पुरस्कार जीता था तब चोपड़ा ने परिवार के दबाव में अपनी फिटनेस बेहतर करने के लिये जिम जाना शुरू ही किया था। वहीं से उनमें भालाफेंक के प्रति रूचि जागी और 2016 अंडर 20 विश्व चैम्पियनशिप में उन्होंने स्वर्ण पदक जीतकर अपने कैरियर का आगाज किया।
चोपड़ा ने यहां जारी विज्ञप्ति में कहा , मैं इस पुरस्कार के लिये नामांकन पाकर बहुत खुश हूं । यह मेरे लिये बहुत सम्मान की बात है कि तोक्यो में मेरे पदक को दुनिया में पहचान मिली । भारत के एक छोटे से गांव से निकलकर फिटनेस के लिये खेलों से जुड़ने के बाद ओलंपिक पदक तक का सफर बहुत अच्छा रहा ।
उन्होंने कहा , अपने देश का प्रतिनिधित्व करके और पदक जीतकर अच्छा लग रहा है। इतने शानदार खिलाड़ियों के साथ लॉरेस पुरस्कार के लिये मुझे नामित किया जाना बहुत गर्व की बात है ।
चोपड़ा के साथ ब्रेकथ्रू पुरस्कार के लिये ब्रिटेन की टेनिस स्टार एम्मा राडूकानू शामिल है जिन्होंने 18 वर्ष की उम्र में अमेरिकी ओपन खिताब जीता । वहीं अमेरिकी ओपन जीतने वाले रूस के दानिल मेदवेदेव, एफसी बार्सीलोना के फुटबॉलर पेड्री, त्रिकूद में विश्व रिकॉर्ड बनाने वाले यूलिमार रोजास और तोक्यो ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता तैराक एरियार्ने टिटमस को भी नामांकन मिला है ।
वर्ष के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के पुरस्कार के लिये बायर्न म्युनिख के राबर्ट लेवांडोवस्की , फार्मूला वन विश्व चैम्पियन मैक्स वेरस्टाप्पेन, दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच दौड़ में हैं । महिला वर्ग में जमैका की फर्राटा धाविका एलेन थाम्पसन हेरा, आस्ट्रेलियाई तैराक एम्मा मैकियोन और अमेरिकी तैराक कैटी लेडेकी दौड़ में हैं।
अन्य श्रेणियों में नामित एथलीट :
लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्समैन ऑफ द ईयर पुरस्कार : टॉम ब्रैडी (अमेरिका), नोवाक जोकोविच (सर्बिया), सेलेब ड्रेसेल (अमेरिका), एलियुड किपचोगे (केन्या), रॉबर्ट लेवांडोव्स्की (पोलैंड), मैक्स वेरस्टैपेन (नीदरलैंड)।
लॉरियस वर्ल्ड स्पोर्ट्सवुमन ऑफ द ईयर पुरस्कार : एश्ले बार्टी (ऑस्ट्रेलिया), एलिसन फेलिक्स (अमेरिका), केटी लेडेकी (अमेरिका), एम्मा मैककिऑन (ऑस्ट्रेलिया), एलेक्सिया पुटेलस (स्पेन), एलेन थॉम्पसन-हेरा (जमैका)।
लॉरियस वर्ल्ड टीम ऑफ द ईयर पुरस्कार : अर्जेंटीना पुरुष फुटबॉल टीम, बार्सिलोना महिला फुटबॉल टीम, इटली पुरुष फुटबॉल टीम, मर्सिडीज-एएमजी पेट्रोनास फॉर्मूला वन टीम, मिल्वौकी बक्स।
लॉरियस वर्ल्ड कमबैक ऑफ द ईयर पुरस्कार : सिमोन बाइल्स (अमेरिका), स्काई ब्राउन (ब्रिटेन), मार्क कैवेंडिश (ब्रिटेन), टॉम डेली (ब्रिटेन), मार्क मार्केज (स्पेन), एनीमिक वैन वेलुटेन (नीदरलैंड)।
लॉरियस स्पोर्ट्सपर्सन ऑफ द ईयर विद डिसेबिएलिटी पुरस्कार : डाइडे डी ग्रोट (नीदरलैंड), मार्सेल हग (स्विट्जरलैंड), शिंगो कुनिदा (जापान), जेट्ज प्लाट (नीदरलैंड), सुजाना रोड्रिग्ज (स्पेन), सारा स्टोरी (ब्रिटेन)।
लॉरियस वर्ल्ड एक्शन स्पोर्ट्सपर्सन ऑफ द ईयर पुरस्कार : इटालो फरेरा (ब्राजील), अल्बर्टो जिन्स (स्पेन), यूटो होरिगोम (जापान), कैरिसा मूर (अमेरिका), मोमीजी निशिया (जापान), बेथानी श्राइवर (ब्रिटेन)।