पीवी सिंधू और समीर वर्मा बने 'मोदी बैडमिंटन टूर्नामेंट' के चैंपियन

Webdunia
रविवार, 29 जनवरी 2017 (23:12 IST)
लखनऊ। शीर्ष वरीय ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू ने अपने विजयी अभियान को जारी रखते हुए रविवार यहां सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन टूर्नामेंट में महिला एकल खिताब अपने नाम किया जबकि आठवीं सीड समीर वर्मा पुरुष एकल चैंपियन बने।
          
स्टार खिलाड़ी सिंधू ने इंडोनेशिया की ग्रिगोरिया मरिस्का को 30 मिनट तक चले मुकाबले में लगातार गेमों में 21-13  21-14 से हराकर महिला एकल का खिताब जीता। वहीं पुरुष एकल फाइनल में समीर ने हमवतन और नौवीं सीड बी साई प्रणीत को 44 मिनट में लगातार गेमों में 21-19, 21-16 से हराया।
        
अन्य वर्गों के फाइनल मुकाबलों में मिश्रित युगल में प्रणव जैरी चोपड़ा और एन सिक्की रेड्डी की दूसरी सीड जोड़ी ने हमवतन बी सुमित रेड्डी और अश्विनी पोनप्पा की सातवीं सीड जोड़ी को 40 मिनट में 22-20, 21-10 से हराकर खिताब जीता।
         
युगल विशेषज्ञ पोनप्पा को दिन में दोहरे झटके झेलने पड़े और वह महिला युगल का मैच भी हार गईं। पोनप्पा और उनकी जोड़ीदार एन सिक्की रेड्डी को डेनमार्क की कैमिल रीटर जुहल और क्रिस्टिना पैडरसन की शीर्ष वरीय जोड़ी के हाथों 16-21, 18-21 से 38 मिनट में शिकस्त झेलनी पड़ी पुरुष युगल में डेनमार्क के मथायस बोए और कार्सटेन मोगेनसन की शीर्ष वरीय जोड़ी ने आठवीं सीड लू चिंग याओ और यांग पो हान की गैर वरीय जोड़ी को 21-14, 21-15 से हराकर खिताब जीता।
          
इससे पहले ओलंपिक रजत पदक विजेता और टूर्नामेंट की शीर्ष वरीय सिंधू ने 120वीं रैंकिंग की इंडोनेशियाई खिलाड़ी के सामने आसान जीत दर्ज की। विश्व में नौवीं रैंकिंग की खिलाड़ी का इस जीत के बाद ग्रिगोरिया के खिलाफ 2-0 का एकतरफा रिकॉर्ड हो गया है।
      
सिंधू ने मात्र 30 मिनट में खिताबी मुकाबले को निपटाया और पहले गेम में एकतरफा अंदाज में 4-1 की बढ़त से शुरुआत की और 17-7 से ग्रिगोरिया को पीछे छोड़ा और 21-13 से पहला गेम निपटाया। दूसरे गेम में भी विपक्षी खिलाड़ी कोई चुनौती पेश नहीं कर सकीं और 10-4 से पिछड़ीं। भारतीय खिलाड़ी ने लगातार अंक लिए और एक समय 17-8 की बढ़त बनाई तथा 21-14 से गेम निपटाया।
          
वहीं लगातार फार्म में खेल रहे समीर ने 36वीं रैंकिंग के प्रणीत को भी लगातार गेमों में हराया। इस जीत के बाद 35वीं रैंकिंग के समीर का प्रणीत के खिलाफ 2-2 का रिकॉर्ड हो गया है। उन्होंने प्रणीत को आखिरी बार दो वर्ष पहले 2014 में लंका ओपन में हराया था, जबकि 2015 में वे दो बार हमवतन खिलाड़ी से हारे थे। (वार्ता) 
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