अडाणी समूह की ज्यादातर कंपनियों के शेयर घाटे में, अडाणी एंटरप्राइजेज 10 प्रतिशत गिरा

Webdunia
शुक्रवार, 10 फ़रवरी 2023 (12:42 IST)
नई दिल्ली। अडाणी समूह की ज्यादातर कंपनियों के शेयर शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में घाटे में नजर आए। वित्तीय सूचकांक प्रदाता एमएससीआई ने अपनी समीक्षा के बाद अपने सूचकांक में 4 कंपनियों के भार में कटौती की। इसके बाद समूह की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयर 10 प्रतिशत गिए गए।
 
बाजार में मिले-जुले रुख के बीच अडाणी समूह की लगभग सात कंपनियां लाल निशान में कारोबार कर रही थीं, जबकि अन्य तीन कंपनी हरे निशान पर कारोबार कर रही थी।
 
अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयर 10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,734.60 रुपए प्रति शेयर पर थे, जो बीएसई पर उसका निचला स्तर है। कंपनी का बाजार पूंजीकरण शुरुआती कारोबार में घटकर 2.14 लाख करोड़ रुपए रह गया।
 
शुरुआती कारोबार में अडाणी पावर का शेयर 5 प्रतिशत गिरकर इसके निचले स्तर 164.30 रुपए प्रति शेयर रह गया। इसी तरह अडाणी ट्रांसमिशन, अडाणी ग्रीन एनर्जी और अडाणी टोटल गैस भी शुरुआती कारोबार में 5-5 प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार कर रही थीं।
 
एनडीटीवी के शेयर 2.56 प्रतिशत गिरकर 211 रुपए पर और एसीसी के शेयर 0.84 प्रतिशत गिरकर 1,900.35 रुपए पर कारोबार कर रहे थे।
 
हालांकि अडाणी समूह की तीन कंपनियां- कंपनियां-अडाणी पोर्ट्स और स्पेशल इकोनॉमिक जोन, अंबुजा सीमेंट्स और अडाणी विल्मर हरे निशान में कारोबार कर रही थीं। अडाणी पोर्ट्स और स्पेशल इकोनॉमिक जोन का शेयर 1.98 प्रतिशत बढ़कर 593.60 रहा, अंबुजा सीमेंट्स 1.09 प्रतिशत उछलकर 361.90 रुपये और अडाणी विल्मर का शेयर 1.10 प्रतिशत बढ़कर 445.15 रुपये पर पहुंच गया।
 
अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च के 24 जनवरी को अडाणी समूह के बारे में नकारात्मक रिपोर्ट जारी करने के बाद से समूह के शेयर में लगभग 9.4 लाख करोड़ रुपए या उनके कुल बाजार पूंजीकरण का लगभग 49 प्रतिशत घटा है।

जमेटो के शेयरों में भी गिरावट : 'ऑनलाइन' भोजन डिलिवरी मंच जोमैटो के शेयर की शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में एक प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ शुरुआत हुई। कंपनी के तीसरी तिमाही का शुद्ध घाटा बढ़ने की सूचना देने के बाद इसके शेयरों में गिरावट आई है।

जोमैटो का गुरुवार को चालू वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में एकीकृत घाटा बढ़कर 346.6 करोड़ रुपये हो गया जो उच्च व्यय और खाद्य वितरण व्यवसाय में मंदी से प्रभावित था। एक साल पहले तीसरी तिमाही में इसे 67.2 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। हालांकि इस दौरान उसकी परिचालन आय 1,112 करोड़ रुपए से बढ़कर 1,948.2 करोड़ रुपए हो गई और वहीं कुल खर्च 2,485.3 करोड़ रुपए रहा। भाषा

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