पर्थ: भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रविवार को यहां होने वाले टी20 विश्वकप मैच में तेज और उछाल भरी पिच पर कैगिसो रबाडा और एनरिक नोर्किया जैसे तेज गेंदबाजों के सामने कड़ी परीक्षा देनी होगी।यह मैच संभवत: सुपर 12 के ग्रुप 2 से चोटी पर रहने वाली टीम और भारत के सेमीफाइनल का मैच स्थल तय करेगा।
पिच में है तेजी और उछाल
वाका कई दशकों तक पर्थ में पारंपरिक मैच स्थल रहा है लेकिन अब मैच नवनिर्मित ऑप्टस स्टेडियम में खेले जाते हैं। स्टेडियम भले ही बदल गया हो लेकिन पिच का व्यवहार नहीं बदला है। यहां की पिच में भी तेजी और उछाल है जिससे बल्लेबाजों को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ता है।
द. अफ्रीकी गेंदबाजों के सामने होगी भारतीय बल्लेबाजी की परीक्षा
ऐसे में विश्व के दो खतरनाक तेज गेंदबाजों रबाडा और नोर्किया के सामने रोहित शर्मा, केएल राहुल, विराट कोहली और सूर्यकुमार यादव की कड़ी परीक्षा होगी।रबाडा 145 किमी की रफ्तार से गेंद को स्विंग कराने में माहिर हैं जबकि नोर्किया 150 किमी की रफ्तार से गेंद कराते हैं। ऐसे में इन दोनों गेंदबाजों का सामना करने के लिए पावरप्ले के ओवरों में हाथ और आंख का तालमेल महत्वपूर्ण होगा।
पिच से मिलने वाली अतिरिक्त उछाल के कारण बल्लेबाजों के पास शॉट खेलने के लिए समय कम होगा और यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय बल्लेबाज ऐसी परिस्थितियों में कैसा रवैया अपनाते हैं।
केएल राहुल घेरे रहेंगे ऋषभ पंत की जगह
परिस्थितियों को देखते हुए रोहित के साथ पारी का आगाज करने के लिए ऋषभ पंत अच्छा विकल्प होता लेकिन माना जा रहा है की मुख्य कोच राहुल द्रविड़ अभी खराब फॉर्म में चल रहे केएल राहुल को अंतिम एकादश में बनाए रखना चाहते हैं।पंत को दिनेश कार्तिक की जगह भी अंतिम एकादश में रखने का विकल्प है। कार्तिक की विकेटकीपिंग पहले दो मैचों में अपेक्षानुरूप नहीं रही थी।
नीदरलैंड के खिलाफ मैच से यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका का सामना करने के लिए कितनी तैयार है।इन दोनों टीम के बीच पिछली श्रृंखला भारत की कम उछाल वाली पिचों पर खेली गई थी जो कि बल्लेबाजों के लिए अनुकूल थी।
तेज गेंदबाजों पर दांव लगाएगी दक्षिण अफ्रीका, कप्तान का फॉर्म खराब
जहां तक दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजी संयोजन की बात है तो फिर अगर वह बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर तबरेज शम्सी को बाहर रखते हैं तो किसी को हैरानी नहीं होनी चाहिए। उनकी जगह मार्को जानसेन या लुंगी एनगिडी को अंतिम एकादश में शामिल किया जा सकता है।भारतीय बल्लेबाजों ने पूर्व में शम्सी को सहजता से खेला है तथा ऑप्टस स्टेडियम में ओवर गति बनाए रखने के लिए ही दो स्पिनर रखे जा सकते हैं।
विजयी संयोजन को बनाए रखना लाजमी है लेकिन दक्षिण अफ्रीका की टीम में बाएं हाथ के तीन बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक, रिली रोसो और डेविड मिलर हैं जो अक्षर पटेल को सहजता से खेल सकते हैं। अक्षर का बाएं हाथ के बल्लेबाजों के सामने इकोनॉमी रेट नौ रन प्रति ओवर के करीब है।
यदि भारत अक्षर की जगह युजवेंद्र चहल को अंतिम एकादश में नहीं रखता है तो फिर हार्दिक पंड्या को अपने चारों ओवर करने पड़ सकते हैं। अक्षर टीम में पंत के अलावा बाएं हाथ के अन्य बल्लेबाज हैं जिससे उनका मामला मजबूत बनता है।
दक्षिण अफ्रीका के लिए शीर्ष क्रम में एकमात्र चिंता कप्तान तेंबा बावुमा की लचर फॉर्म है, जिनका खेल टी20 के अनुकूल नहीं है। उसके पास हालांकि ट्रिस्टन स्टब्स और रोसो के रूप में दो आकर्षक बल्लेबाज हैं जो कि भारतीय गेंदबाजों पर हावी होकर खेल सकते हैं। भारतीय गेंदबाजों में अभी केवल मोहम्मद शमी ही 140 किमी की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकते हैं।रोसो लगातार मैचों शतक लगाने के बाद इस मैच में उतरेंगे और वह भारतीय गेंदबाजों के लिए सबसे बड़ा खतरा होंगे।
भारत यदि रविवार को दक्षिण अफ्रीका को हरा देता है और उसके बाद बांग्लादेश और जिंबाब्वे पर भी जीत दर्ज करता है तो उसका सेमीफाइनल का मैच स्थल एडिलेड होगा। इस ग्रुप से शीर्ष पर रहने वाली टीम 10 नवंबर को एडिलेड में सेमीफाइनल खेलेगी जबकि दूसरे नंबर की टीम को सिडनी में सेमीफाइनल खेलना होगा।(भाषा)