नयी दिल्ली: भारतीय तेज गेंदबाजी के अगुआ जसप्रीत बुमराह चोटिल होने के कारण टी20 विश्व कप से बाहर हो गए हैं जो कि अगले महीने ऑस्ट्रेलिया में होने वाली आईसीसी प्रतियोगिता से पहले टीम के लिए बहुत बड़ा झटका है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक अधिकारी ने पीटीआई से कहा कि बुमराह पीठ दर्द की गंभीर समस्या से परेशान हैं और उन्हें महीनों तक टीम से बाहर रहना पड़ सकता है।
बीसीसीआई अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा, यह तय है कि बुमराह टी20 विश्व कप में नहीं खेल पाएंगे। उन्हें पीठ दर्द की गंभीर परेशानी है और उन्हें छह महीने तक बाहर रहना पड़ सकता है।
बुमराह की जगह मुख्य टीम में दीपक चाहर या मोहम्मद शमी को शामिल किया जा सकता है। बीसीसीआई ने इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता के लिए इन दोनों को स्टैंडबाई रखा है।
बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो टी20 मैच खेले थे लेकिन वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला का पहला मैच खेलने के लिए तिरुवनंतपुरम नहीं गए थे।
भारतीय टीम इस समय बहुत अच्छी स्थिति में नहीं दिख रही है और ऐसे में बुमराह के चोटिल होने से कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ की परेशानियां बढ़ जाएंगी।
अधिकारी ने कहा, बुमराह और जडेजा का बाहर होना भारत के लिए बहुत बड़ा झटका है। हमने नहीं सोचा था कि ऐसा होगा। कार्यभार प्रबंधन के लिए उन्हें एशिया कप में विश्राम दिया गया था। अभी यह सवाल बना हुआ है कि क्या वह ऑस्ट्रेलियाई श्रृंखला में खेलने के लिए पूरी तरह से फिट थे या नहीं।
भारत के व्यस्त कार्यक्रम को देखते हुए कई सीनियर खिलाड़ियों को हाल में विश्राम दिया गया था।दिलचस्प तथ्य यह है कि बुमराह ने 2022 में मुंबई इंडियंस की तरफ से इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने के अलावा पांच टेस्ट, पांच वनडे और इतने ही टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले।
अधिकारी ने कहा, काफी क्रिकेट खेली जा रही है और इस को ध्यान में रखते हुए उन्हें एशिया कप, वेस्टइंडीज के दौरे और भारत में खेली गई कुछ द्विपक्षीय श्रृंखलाओं से विश्राम दिया गया था। उन्हें पर्याप्त विश्राम मिला है।
उन्होंने कहा, अभी वह एनसीए (राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी) में हैं तथा उन्हें लंबे रिहैब से गुजरना पड़ेगा। टी20 विश्वकप महत्वपूर्ण है लेकिन वह अभी काफी युवा है और गेंदबाजी में भारत के लिए बेहद अहम हैं। आप उनको लेकर जोखिम नहीं उठा सकते हैं।
पीठ की इस तरह की समस्या में ऑपरेशन की जरूरत नहीं पड़ती लेकिन इस तरह की परेशानी को ठीक होने में काफी समय लग जाता है।