रीना कपूर :- वर्ष 2008 मेरे लिए बहुत अच्छा रहा। इस वर्ष मैंने वो सब कुछ पाया, जिसके बारे में मैंने सोचा था। पेशे की बात करें तो मेरा इस शो में वापस आना मेरे लिए बहुत खुशियाँ लाया। व्यक्तिगत तौर पर कहूँ तो मुझे हकीकत में अपने सपनों का घर मिला। मुझे लगता है कि वर्ष 2009 मेरे कार्य के लिए और उत्सुकता और खुशियाँ लाएगा।
करण (ऋषभ- 'वो रहने वाली ...) :- वर्ष 2008 मेरे लिए व्यस्तताओं से भरा रहा। इसी वर्ष मैंने राजश्री प्रोडक्शन ज्वाइन किया और मुझे इस प्रोडक्शन की पूरी टीम, सह कलाकार और टीम के सदस्यों से बहुत प्यार मिला। मैं वर्ष 2009 में और भी बहुत कुछ करना चाहता हूँ जैसे :- स्क्वैश खेलना, ट्रेकिंग करना, विदेश यात्रा करना वगैरह-वगैरह। एक अभिनेता के तौर पर मैं चाहता हूँ कि मेरा हर दिन मेरे लिए नए अनुभवों से भरा रहे।
पार्थ (जय- 'वो रहने वाली ...) :- मेरे लिए वर्ष 2008 बहुत बढ़िया रहा। इस वर्ष मुझे राजश्री प्रोडक्शन में काम करने का मौका मिला। इस वर्ष मैंने 'ए वेडनेस डे' फिल्म में एक छोटा सा किरदार भी निभाया। वर्ष 2009 में मैं फिल्मों में काम करने के अलावा राजश्री प्रोडक्शन के साथ और भी कार्य करना चाहूँगा।
यशोधन (धरम- 'वो रहने वाली') :- 2008 में मैं कई नए लोगों से मिला। मुझे 'वो रहने वाली' की टीम में शामिल होने का मौका भी मिला। यहाँ मैंने बहुत सारे नए दोस्त बनाए। राजश्री प्रोडक्शन की टीम के साथ काम करने में मुझे बहुत मजा आया। मैं चाहता हूँ कि मुझे जो भी दोस्त मिले वो राजश्री प्रोडक्शन के लोगों की तरह प्यारे व हकीकत में जीने वाले मिले।
फैजल (वरून- 'वो रहने वाली महलों ...) :- वर्ष 2008 मेरे लिए उतार-चढावों से भरा वर्ष रहा। 'वो रहने वाली ...' की शूटिंग मेरे लिए बहुत ही अच्छा अनुभव रहा। वर्ष 2009 में मैं और भी अधिक मेहनत करके एक बेहतर अभिनेता बनने का प्रयास करूँगा।
मेघा गुप्ता (आँचल- 'मैं तेरी परछाई हूँ') :- वर्ष 2008 मेरे लिए बहुत अधिक मेहनत से भरा रहा। इस वर्ष मुझे 'मैं तेरी परछाई हूँ' और 'नच बलिए' में काम करने का मौका मिला। मुझे एक ही चीज का मलाल रहा और वो ये है कि इस साल मैं अपने माता-पिता को अधिक समय नहीं दे पाई। 2009 में दो बातों पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहूँगी। उनमें से पहली 'नच बलिए' की ट्राफी जीतना और दूसरी अपने माता-पिता के साथ अधिक से अधिक समय बिताना है।
समीर धर्माधिकारी (सिद्धार्थ- 'मैं तेरी परछाई हूँ) :- वर्ष 2008 मेरे लिए व्यस्तताओं से भरा रहा क्योंकि पूरे वर्ष मैं फिल्मों और सीरियलों के चक्कर में उलझा रहा। यह एक अच्छा साल रहा लेकिन साल के जाते-जाते मुंबई धमाकों ने मुझे बहुत दु:ख पहुँचाया परंतु मैं आशावादी हूँ। इस वर्ष हमें मुंबईवासियों का जुनून और एकता देखने को मिली। मैं चाहता हूँ कि वर्ष 2009 हमारे देश के लिए शांति का वर्ष रहे और इस वर्ष व्यक्तिगत रूप से मैं सफलता को हासिल करूँ, यहीं आशा है।
रीता भादुड़ी (दादीजी- 'वो रहने वाली ...) :- वर्ष 2008 बहुत ही उथल-पुथल से भरा वर्ष रहा। एक और तो मुंबई धमाके और दूसरी और टीवी स्ट्राइक, दोनों ने हम सबकी शांति छीनी और जिंदगी में अवरोध पैदा किए। मैं आशा करती हूँ कि वर्ष 2009 हम सभी के लिए खुशियों से भरा रहे।