टेलीविजन शो ‘सपने सुहाने लड़कपन के’ में चालाक बहू ‘चारू’ के रोल के लिए बेस्ट एक्ट्रेस इन निगेटिव रोल का अवार्ड जीतने वाली आंचल खुराना को अपनी जीत पर भरोसा नहीं हो रहा है। रिएलिटी शो ‘रोडीज’ के आठवें सीजन से टीवी पर अपने करियर की शुरूआत करने वाली आंचल ने बताया कि उन्हें ठीक वैसा ही लग रहा है जैसा रोडीज जीत कर लगा था।
12वें भारतीय टेली अवार्डस में नकारात्मक भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का खिताब अपने नाम करने वाली आंचल ने कहा कि उन्हें अपनी जीत पर विश्वास नहीं हो रहा है। उन्होंने जब रोडीज जीता था तब भी वे एक सप्ताह तक सदमे में थी। सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का खिताब जीतने के बाद भी आंचल ठीक वैसा ही महसूस कर रही हैं।
आंचल को अपने पहले ही शो ‘सपने सुहाने लड़कपन के’ में चालाक बहू ‘चारू’ के रोल के लिए यह अवार्ड दिया गया है। इस अवार्ड की दौड़ में अदा खान, मौली गांगुली और सीमा मिश्रा जैसी जानी - मानी अभिनेत्रियां शामिल थी। आंचल ने सभी को पीछे छोड़ते हुए खिताब अपना कब्जा जमाया।
आंचल ने माना कि सालों से अभिनय कर रही अभिनेत्रियों के सामने उन्हें अपनी जीत की बिल्कुल उम्मीद नहीं थी। परंतु कठोर परिश्रम और किस्मत के बल पर उन्हें यह सफलता मिली है। अवार्ड जीतने के बाद भी आंचल अब नकारात्मक भूमिकाएं निभाना नहीं चाहती। उन्होंने बताया कि अब वे सीरियल्स में पॉजिटिव रोल निभाने की कोशिश करेंगी।