पणजी, गोवा में पश्चिमी यूरोप के पर्यटकों की संख्या कम होती जा रही है। ऐसे में देश के इस प्रमुख पर्यटक राज्य की उम्मीदें रूस और पोलैंड के पर्यटकों पर टिकी हैं।
ट्रैवल टूरिज्म एसोसिएशन आफ गोवा (टीटीएजी) ने कहा है कि पश्चिमी यूरोप के पर्यटकों की बात की जाए, तो वहां से परिदृश्य निराशाजनक दिखाई देता है। लेकिन इस घाटे की भरपाई कुछ हद तक रूसी पर्यटकों का गोवा के प्रति आकषर्ण बढ़ने से पूरी होती नजर आ रही है।
रूस के अलावा गोवा आने वाले पोलैंड के पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। ऐसे में वैश्विक आर्थिक मंदी तथा मुंबई पर आतंकवादी हमलांे से प्रभावित विदेशी मुद्रा आय को कुछ राहत मिली है।
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टीटीएजी के एक अधिकारी ने कहा, ‘पोलैंड से करीब 2,000 पर्यटक राज्य में आए हैं। यह इस सत्र में एक नई बात देखने को मिली है।’ राज्य के पर्यटन उद्योग को आशंका है कि अंग्रेजी बोलने वाले देशों से पर्यटकों की संख्या में 25 से 30 प्रतिशत की गिरावट आएगी। लेकिन रूस से आने वाले 40,000 पर्यटकों से इसकी भरपाई हो जाएगी।
टीटीएजी के अध्यक्ष राल्फ डिसूजा ने कहा, ‘अंग्रेजों की तुलना में खर्च करने के मामले में रूसी आगे रहते हैं।’ पिछले महीने आइसलैंड में ज्वालामुखी की राख से बड़ी संख्या में यूरोपीय उड़ानें रद्द होने का असर राज्य के पर्यटन उद्योग पर पड़ा है।
इसके बाद गोवा को आने वाली कई चार्टर उड़ानें रद्द की गई थीं। टीटीएजी के पूर्व अध्यक्ष बोनी डिसूजा ने कहा कि राज्य ने पश्चिमी यूरोप के बाजारों में आक्रामक मार्केटिंग का फैसला किया है। क्योंकि पश्चिमी यूरोप के काफी पर्यटक गोवा आते हैं।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर राज्य ने खुद को सुरक्षित पर्यटन स्थल के रूप में भी पेश करने का फैसला किया है। ‘दिन ओर रात में पर्यटन सुरक्षा बल बीचों पर तैनात रहेगा। सुरक्षा बल से पर्यटकों को यह भरोसा होगा कि वे सुरक्षित हैं।’ राल्फ डिसूजा ने कहा प्रत्येक होटल ने सुरक्षा के लिए काफी निवेश किया है। ‘हम अपने मेहमानों की सुरक्षा से समझौता नहीं कर सकते।’