उत्तराखंड वन प्रशासन ने अपने बद्रीधाम निकट स्थित 'बद्रीश एकता वन' में निःशुल्क पौधरोपण कराने की पहल की है, जिसमें सभी राज्यवासियों को प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया जा रहा है। बद्रीधाम स्थित 'बद्रीश एकता वन' नौ हेक्टेयर में फैला हुआ है।
धार्मिक स्थल होने के कारण बद्रीनाथ के दर्शन के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु पहुंचते हैं। श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए उत्तराखंड वन प्रशासन ने पौधरोपण की अनोखी पहल की है, जिसका लाभ देश का कोई भी नागरिक उठा सकता है। हालांकि लोगों की इसकी जानकारी नहीं है। इसलिए उन्होंने प्रत्येक राज्य में राज्य वन प्रशासन के माध्यम से सूचना दे रहे हैं।
दरअसल, धार्मिक स्थल बद्रीनाथ में जाकर देश का कोई भी नागरिक पौधे लगा सकता है। इसके लिए उन्हें न तो किसी तरह का शुल्क देना होगा और न ही मशक्कत करनी होगी। केवल वहां जाकर वन विभाग के संबंधित अफसरों से संपर्क पड़ेगा। यदि वे बिना किसी से संपर्क किए सीधे पहुंचकर पौधरोपण करना चाहते हैं, तो घर बैठे भी बुकिंग कराई जा सकती है।
इस संदर्भ में बड़गैया का कहना है कि पौधे लगाना पुनीत कार्य तो है, लेकिन बद्रीनाथ जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों में पौधे लगाना बड़े सौभाग्य की बात है। उनका कहना है कि बद्रीश एकता वन में पौधरोपण के लिए वहां पहुंच कर अलखनंदा के भूसंरक्षण वनमंडल डिवीजन के फॉरेस्ट ऑफिसर या फारेस्ट रेंजर जोशी मठ से संपर्क कर सकते हैं। इतना ही नहीं, यदि कोई भी श्रद्धालु बद्रीनाथ जा रहा है, तो शहर में बैठे-बैठे पौधरोपण की बुकिंग कर सकता है।
बड़गैया ने बताया कि पौधरोपण इच्छुक व्यक्ति अपने किसी भी पूर्वज, परिजन या फिर धाम की यात्रा की याद में कर सकते हैं। वन विभाग इन पौधों को तब तक संजोकर रखेगा, जब तक यह वृक्ष का रूप धारण नहीं कर लेता।
इस पौधरोपण के लिए पौधे की तीन प्रजातियों का चयन किया गया है, जिसमें देवदार, कैल व भोजपत्र शामिल हैं। इन्हीं पौधों को उपलब्ध कराया जाएगा। पौधे लगाने के बाद एक नंबर दिया जाएगा। इसके अलावा संबंधित लोगों के नाम व पूरा पता लिखा होगा। जिसे संबंधित व्यक्ति कभी भी वहा जाकर देख सकता है।